जयपुर। केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर ने राजस्थान में होने जा रहे पंचायतीराज चुनावों के संदर्भ में जयपुर स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस के जन एवं किसान विरोधी कार्यों का खुलासा करते हुए काला चिट्ठा जारी किया। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच भी मौजूद थे।
जनहित को कांग्रेस ने नजरअंदाज कियाः मेघवाल
मेघवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जनहित को हमेशा नजरअंदाज किया है और अपने आपसी हितों की खींचातानी में उलझी हुई राज्य की कांग्रेस सरकार केंद्र सरकार द्वारा संचालित जनहित की योजनाओं को बाधित करके जरूरतमंदों को वंचित कर रही है। अलका गुर्जर ने कहा, विगत 25 वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ है कि केंद्रीय वित्त आयोग के द्वारा स्वीकृत किए गए 1840 करोड़ रुपए, राज्य वित्त आयोग के 1086 करोड़ रुपए, मनरेगा में मजदूरी भुगतान और सामग्री के लिए केंद्र से प्राप्त 1200 करोड़ रुपए राज्य में पंचायती संस्थाओं को हस्तांतरित नहीं करके अपने ही पीडी खाते में ट्रांसफर कर दिए हैं और इस तरह राजस्थान सरकार ने ग्रामीण विकास के लिए पंचायती संस्थाओं को दी जाने वाली वित्तीय सहायता पर अंकुश लगाकर इन्हें पंगु बनाकर विकास की गति को बाधित किया गया है।
कांग्रेस ने किसान ऋण माफी को लेकर भ्रम पैदा कियाः अलका गुर्जर
गुर्जर ने कहा कि खुद फाइव स्टार होटल में रहकर खजाना खाली है का तकिया कलाम पढ़ने वाली कांग्रेस सरकार ने जनता पर कहर ढाते हुए अपने ही जन घोषणा पत्र के विरुद्ध जाकर बिजली की दरों में ना केवल वृद्धि की बल्कि फिक्स चार्ज भी अप्रत्याशित रूप से बढ़ा दिए हैं, किसान को 10 हार्स पावर तक के पंप पर पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा दिए जा रहे 833 रू प्रतिमाह की अनुदान राशि को भी बंद कर प्रताड़ना पहुंचाने का ही कार्य किया है। उन्होंने कहा कि राज्य के लगभग 59 लाख किसानों का 10 दिन में 99 हजार 995 करोड़ रूपये का ऋण माफ करने का ढोल पीटकर भ्रम पैदा करने वाली कांग्रेस सरकार ने अभी तक मात्र 18 लाख किसानों का 5 हजार 600 करोड़ रूपये का ऋण ही माफ किया है, जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।