हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री बने चंपई सोरेन ने आखिरकार विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। विश्वासमत के प्रस्ताव के पक्ष में 47 वोट पड़े। वहीं इसके खिलाफ 29 वोट पड़े। निर्दलीय विधायक सरयू राय ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया। विधानसभा में मतदान के दौरान 77 विधायक उपस्थित रहे। झारखंड 81 सीटें हैं, सरकार बनाने के लिए किसी भी एक दल की 41 विधायकों की जरूरत होती है।
चंपई सोरेन का बीजेपी पर वार
चंपई सोरेन ने दो फरवरी को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और बहुमत साबित करने के लिए 5 फरवरी की तारीख तय हुई। उन्होंने आज विश्वास मत पेश किया और इसके बाद इसपर चर्चा शुरू हुई। चर्चा की शुरुआत चंपई सोरेन ने की और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की। इसमें हमने उन्हें असफल कर दिया। सोरेन ने कहा, ‘बीजेपी हेमंत सोरेन को झूठे मामलों में फंसाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।’ चंपई सोरेन ने कहा कि हेमंत सोरेन को झूठे केस में फंसाया गया, हम सीएम रहते हुए किए गए उनकी योजनाओं को आगे बढ़ाएंगे।
क्या बोले हेमंत सोरेन?
इसके बाद हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार, राज्यपाल और बीजेपी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, ‘मैं बीजेपी को मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप साबित करने की चुनौती देता हूं, अगर आरोप साबित हुए तो राजनीति छोड़ दूंगा। राजनीति से संन्यास ही नहीं झारखंड छोड़ दूंगा।’ उन्होंने कहा कि आंसू नहीं बहाऊंगा, उचित समय आने पर ‘सामंती ताकतों’ को मुंहतोड़ जवाब देंगे। केंद्र की साजिश रचे जाने के बाद राजभवन ने मेरी गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभायी।
हेमंत सोरेन ईडी की हिरासत में विधानसभा पहुंचे थे और विश्वास मत प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में हिस्सा लिया। उन्होंने दावा कि ईडी के अधिकारियों ने विधानसभा में स्पीच देने से भी रोका। केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने हेमंत सोरेन को लंबी पूछताछ के बाद 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। वो ईडी की हिरासत में ही राजभवन पहुंचे और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इस समय हेमंत सोरेन ईडी की रिमांड पर हैं।
बीजेपी क्या बोली?
बीजेपी नेता अमर कुमार बाउरी ने झारखंड विधानसभा में कहा कि हेमंत सोरेन जी को पहली बार विधायक से उपमुख्यमंत्री बनाने का काम बीजेपी ने किया। अगर बीजेपी की सरकार नहीं होती तो इतने दिन की सरकार नहीं होती। कांग्रेस ने कभी नहीं चाहा है कि यहां के लोगों का भला हो। झारखंड का निर्माण बीजपी ने किया। उन्होंने कहा, ‘कानून से उपर कोई नहीं है। चंपई सोरेन आप जेल जाने से बचिए। कांग्रेस के साथ रहने से हेमंत सोरेन जेल चले गए।’