जयपुर। कोरोना महामारी के पूरे विश्व में फैलने के बाद यूरोपीय निवेशकों ने बड़ी मात्रा में चीन से अपना काम-काज समेटना शुरू कर दिया है। इन निवेशकों को राजस्थान में निवेश के लिए वेबिनार के जरिए आमंत्रित किया जा रहा है।
मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता ने मंगलवार को विभिन्न यूरोपीय राजनयिकों और निवेशकों को वेबिनार के माध्यम से प्रदेश में निवेश के लिए मौजूद अवसरों और यूएसपी के बारे में जानकारी दी।
उन्हें राज्य सरकार की उद्योगों के लिए परदर्शी नीतियों, प्रोत्साहनों और रियायतों की जानकारी देते हुए राजस्थान की बेहतर कनेक्टिविटी, दिल्ली-मुम्बई औद्योगिक कॉरीडोर, प्रदेश में कुशल श्रमिकों की उपलब्धता, संसाधन लाभ के साथ प्रदेश के सुदृढ़ बुनियादी ढांचे के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के काफी प्रयास किए गए हैं।
राजस्थान में एमएसएमई को राज्य के कानूनों के तहत मंजूरी प्राप्त किए बिना उद्यम शुरू करने की अनुमति दी गई है। सरकार द्वारा फास्ट ट्रेक मंजूरी के लिए वन स्टॉप शॉप के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
वेबिार के दौरान प्रतिभागी राजनयिकों तथा यूरोपियन बिजनेस ग्रुप फेडरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमन सिद्धू ने सुझाव दिया कि दूतावासों और संभावित निवेशकों के साथ नियमित बातचीत के लिए एक मंच तैयार किया जाना चाहिए।