कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री श्री सचिन पायलट ने प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा विधानसभा में प्रस्तुत लेखानुदान बजट भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे जनाकांक्षाओं के विपरीत भ्रामक बजट की संज्ञा दी है।
पायलट ने कहा कि प्रदेश की जनता पिछले दो महीनों से पेट्रोल-डीजल के वैट की दरों में कमी का इंतजार कर रही है परन्तु लेखानुदान में इसका कहीं उल्लेख नहीं किया जाना प्रदेश की जनता के हितों पर कुठाराघात होने के साथ ही विधानसभा चुनावों में भाजपा द्वारा किये गये महंगाई कम करने के वायदों को झूठा साबित करता है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने बिजली कम्पनियों का कुल घाटा सवा लाख करोड़ से अधिक बता तो दिया लेकिन इसे कम करके जनता को किस प्रकार राहत प्रदान की जायेगी, इसका कोई विजन प्रस्तुत नहीं किया है। उन्होंने कहा कि अवैध बजरी खनन को रोकने की वाहवाही तो भाजपा सरकार ले रही है परन्तु आम नागरिक को निर्माण के लिए बजरी नहीं मिल रही है और जो थोड़ी-बहुत बजरी मिल रही है वह भी बहुत मंहगें दामों पर मिल रही है। जनता को सरकार से उम्मीद थी कि बजरी नीति पर ठोस कदम उठाये जायेंगे परन्तु इस सम्बन्ध में बजट भाषण में उल्लेख नहीं किया जाना जनता के लिए निराशाजनक है। विगत् कांग्रेस सरकार द्वारा प्रारम्भ किये गये पृथक कृषि बजट को समाप्त किया जाना भाजपा सरकार की किसान विरोधी सोच को प्रदर्शित करता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार का यह बजट भ्रम पैदा करने वाला है। पूरे बजट भाषण में विगत् सरकार को कोसने के अतिरिक्त कुछ नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि नई सरकार की जिस प्रकार की साफ सोच होनी चाहिए उसका अभाव आज के बजट भाषण में साफ दिखाई देता है।