लखीमपुर खीरी की घटना और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस ने जयपुर के सिविल लाइंस फाटक के बाहर सोमवार, 11 अक्टूबर को मौन व्रत रखा। मौन व्रत (fasting) में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, सरकारी मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी सहित कई नेता शामिल हुए।
मौन व्रत के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस मामले में केंद्र सरकार (Center) और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi govt ) को आड़े हाथों लिया। डोटासरा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार निरंकुश हो गई है। भाजपा और योगी को सिर्फ चुनाव जीतना है, इसके लिए उन्हें किसानों की हत्या भी करनी पड़ी तो वह करेंगे लेकिन देश की जनता योगी सरकार और भाजपा को किसानों की हत्या और अत्याचार के लिए माफ नहीं करेगी। जब तक किसानों की हत्या करने वाले आरोपी के पिता और देश के गृह राज्यमंत्री को मोदी सरकार बर्खास्त नहीं करती है, कांग्रेस सड़कों पर उतरती रहेगी।
हनुमानगढ़ में दलित की पीट-पीट कर हत्या के मामले में उठे सवाल के जवाब में डोटासरा ने कहा कि राजस्थान (Rajasthan) और उत्तर प्रदेश में अंतर है। राजस्थान में घटना होने के बाद तुरंत कार्रवाई होती है, जबकि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री निरंकुश होकर बैठे रहते हैं। हनुमानगढ़ घटना में कार्रवाई भी हुई और आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
कांग्रेस ने अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग करते हुए देश भर में अभियान चलाने का फैसला किया गया था। कांग्रेस नेताओं ने जयपुर के सिविल लाइंस फाटक पर सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक तीन घंटे का मौन व्रत रखा। सिविल लाइंस में धारा 144 होने के कारण फाटक के बाहर मौन व्रत पर बैठे। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रदेश कांग्रेस को चि_ी भेजकर तीन घंटे मौन व्रत करने के निर्देश दिए थे। इन्हीं निर्देशों की पालना में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मौन व्रत रखा था।