जयपुर। राजस्थान में पटाखों को बेचने और इसके इस्तेमाल करने पर पाबंदी है और राज्य सरकार की ओर से ऐसा करने पर जुर्माने का प्रावधान भी किया हुआ है। लेकिन, जहां एक ओर पुलिस पटाखों की बिक्री करने वालों पर नकेल कस रही है तो दूसरी ओर पटाखा विक्रेताओं की ओर से राज्य सरकार की ओर से लगाई गई पाबंदी का विरोध किया जा रहा है। यही नहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर पटाखे बेचने और इसे चलाने पर लगाई गई पाबंदी को हटाने का आग्रह किया है।
पुलिस ने जब्त की विस्फोटक सामग्री
जयपुर ग्रामीण क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक एसडी शर्मा ने बताया कि पुलिस ने पटाखे बेचने वालों के विरुद्ध सख्ती की है। बुधवार को ही पुलिस ने तीन स्थानों पर दबिश दी और पटाखों के गोदाम पर छापा मारी की और भारी मात्रा में पटाखे जब्त किये। पुलिस ने पावटा कस्बे के प्रागपुरा थाना क्षेत्र से करीब तीस लाख रुपए के पटाखे जब्त किए हैं और व्यापारियों को हिरासत में लिया है। उधर, जयपुर में पटाखा व्यापारियों ने पटाखों पर पाबंदी के विरोध में प्रदर्शन किया।
पटाखों पर पाबंदी हटाने का आग्रह
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर पटाखों पर पाबंदी हटाने का किया अनुरोध किया। उन्होंने तमिलवाडु के पटाखा उत्पादक और इस उद्योग में लगे परिवारों की आजीविका की दुहाई देते हुए राजस्थान और ओडिशा सरकार से आग्रह किया है कि वे पटाखे चलाने पर लगाई पाबंदी के निर्णय पर फिर से विचार करें। गौरतलब है कि इन दोनों राज्यों ने आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाया है। पलानीस्वामी ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और नवीन पटनायक को लिखे पत्र में कहा, दिवाली के मौके पर पटाखे चलाना संस्कृति का हिस्सा बन चुका है। उच्चतम न्यायालय ने भी 23 अक्टूबर 2018 को दी व्यवस्था में आतिशबाजी उद्योग से प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए दीपोत्सव के दिन दो घंटे पटाखे छोड़ने की अनुमति दी थी।