रूंगटाओं की राजनीति का शिकार न होते तो रणजी खेलते
जयपुर, 22 सितंबर। सत्तर व अस्सी के दशक के बेहतरीन क्रिकेटरों में शुमार रहे और पुराने क्रिकेटरों में अपने मृदुल व्यवहार से खासे लोकप्रिय ताज मौहम्मद का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वे 65 साल के थे। कुछ सालों पूर्व ही वे जेवीवीएनएल से सेवानिवृत हुए थे।
दांए हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज ताज मौहम्मद की प्रतिभा को रूंगटा राज में इलीट ग्रुप के क्रिकेटरों के सामनें दब गई। अगर वे भी किसी नामी परिवार से होते या उनका ताल्लुक मुंबई से होता तो शायद उनकी गिनती भी आज नामी क्रिकेटरों में की जाती लेकिन फिर भी उन्होनें अपनी प्रतिभा का लोहा लोकल क्रिकेट में दिखाया और खासतौर पर वे तेज गेंदबाजों के सामने तो जमकर खेलते थे । उनका गेंद को जज करने का तरीका लाजवाब था। वे कट, पुल, हुक और स्वीप शॉट लगाने में माहिर थे ।
इतना ही नहीं विकेट कीपर होते हुए भी वे गली व पॉइंट पर शानदार फिल्डर के रूप में जाने जाते थे । उनके प्रतिदंद्बी के रूप में टाइगर क्लब से साथ खेले पूर्व रणजी क्रिकेटर योगेन्द्र चौहान ने बताया कि ताज भाई एक नेक इंसान व बेहतरीन क्रिकेटर थे । उन्होंने आरएसएबी को ऑल इंडिया चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके निधन पर पूर्व रणजी कप्तान विनोद माथुर, मौहम्मद असलम, जयपुर क्लब के सचिव अजीत सक्सैना और क्रिकेट कोच शब्बीर ने शोक व्यक्त किया।