फरार चल रहे स्टैंडिंग वारंटियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत कोटा की खातौली थाना पुलिस ने डकैती के मामले में 30 साल से जमानत पर फरार चल रहे आरोपित को रविवार को कोटा से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपित काशी राम पुत्र राम चन्द्र बैरवा, नरसिंपुरा उर्फ कौशलपुरा थाना आवदा जिला श्योपुर एमपी का रहने वाला है। जिसने पूछताछ में बताया कि जमानत के बाद उसने 15-20 साल तक दिल्ली में मजदूरी करके फरारी काटी, उसके बाद वह वापस कोटा आकर चाय का ठेला लगाने लगा।
कोटा एसपी शरद चौधरी ने बताया कि नवंबर,1986 को थाना खातौली क्षेत्र के गांव सीमोला में 7-8 व्यक्ति लाठी, गडासीं व बन्दूकों से लैस होकर गांव के मकानों में घुस गये और सोने-चांदी के जेवर, नकदी इत्यादि लूट कर भाग गये। इस मामले में पुलिस ने नाथूलाल, बंशी, काशी राम, रामस्वरूप , बाबूलाल, बद्री, रामचरण, शिव कुमार व पूरण को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध कोर्ट में चालान पेश किया था।
चालान पेश होने के उपरांत अभियुक्त काशी राम की जमानत हो गयी किंतु इसके बाद से ही फरार हो जाने पर कोर्ट से उसके विरुद्ध स्थाई वांरट जारी किया गया। वर्तमान में वांछित व स्थाई वारंटियों की धरपकड़ अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत एएसपी पारस जैन के सुपरविजन, सीओ इटावा विजय शंकर शर्मा के निर्देशन व थानाधिकारी योगेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तकनीकी सहायता से 30 साल से फरार चल रहे काशी राम को कोटा से ही गिरफ्तार कर लिया।