रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए 1975 के आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। एक इंटरव्यू में राजनाथ सिंह आपातकाल पर एक सवाल का जवाब देते हुए भावुक हो गए और कहा कि वह अपनी मां के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सके।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए 1975 के आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। एक इंटरव्यू में राजनाथ सिंह आपातकाल पर एक सवाल का जवाब देते हुए भावुक हो गए और कहा कि वह अपनी मां के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सके, क्योंकि उस समय ब्रेन हेमरेज के कारण उनकी मृत्यु हो गई थी।
राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘मुझे आपातकाल के दौरान अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पैरोल नहीं दी गई थी, और अब वे (कांग्रेस) हमें तानाशाह कहते हैं। मैं उनके अंतिम दिनों में उनसे मिल भी नहीं सका, जब वह 27 दिनों तक अस्पताल में भर्ती थीं।’
राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘जिन लोगों ने आपातकाल के माध्यम से तानाशाही लागू की, वे हम पर तानाशाही का आरोप लगा रहे हैं। ‘ उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें उस समय ‘आपातकाल के बारे में जागरूकता बढ़ाने’ के लिए गिरफ्तार किया गया था।
पाकिस्तान की मदद कर सकता है भारत
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि भारत आतंक पर लगाम लगाने के लिए पाकिस्तान की मदद करने को तैयार है। अगर पाकिस्तान आतंकवाद पर अंकुश लगाने में असमर्थ महसूस करता है, तो उसे भारत की मदद लेनी चाहिए। भारत आतंकवाद को रोकने के लिए सहयोग करने के लिए तैयार है।
भारत के पास क्षमता है
ब्रिटेन के अखबार की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत सरकार ने एक व्यापक रणनीति के तहत विदेशी धरती पर आतंकवादियों को खत्म करने के लिए पाकिस्तान में हत्याओं का आदेश दिया था। इसके बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा था ‘अगर कोई आतंकवादी पाकिस्तान भाग जाता है, तो हम उसका पीछा करेंगे और उसे पाकिस्तानी धरती पर मार गिराएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सच बोला है। भारत के पास क्षमता है और पाकिस्तान ने भी इसे समझना शुरू कर दिया है।’