मंत्री पुत्र की गिरफ्तारी की तैयारी, सियासत शुरू
राजस्थान के जलदाय मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी के खिलफ दर्ज रेप केस में सियासत शुरू हो गई है। रेप केस की जांच अब दिल्ली पुलिस करेगी, क्योंकि दिल्ली पुलिस ने अभी तक जीरो एफआईआर राजस्थान पुलिस को नहीं भेजी है। दिल्ली के सदर बाजार पुलिस थाने में सोमवार को रोहित के खिलाफ रेप का केस दर्ज कर लिया गया है। जांच महिला पुलिस अधिकारी को सौंपी गई है।
इससे पहले, रविवार को सदर बाजार पुलिस थाने में जीरो FIR दर्ज कर केस को सवाईमाधोपुर महिला थाना भेजने का फैसला किया गया था, लेकिन अब दिल्ली पुलिस ने खुद मामले की जांच शुरू कर दी है।
दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार सोमवार को पीड़ित युवती के मजिस्ट्रेट के सामने धारा 164 के तहत बयान दर्ज हो चुके हैं। रोहित जोशी के खिलाफ रेप, अननेचुरल सेक्स, ब्लैकमेलिंग, मारपीट करने सहित गंभीर आराेपों में सात धाराओं में मामला दर्ज हुआ है। सदर बाजार पुलिस थाने में 338 नंबर की एफआईआर में 376, 377, 366, 312, 506, 509 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।
युवती के धारा 164 के तहत बयान दर्ज होने के बाद अब रोहित जोशी को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली पुलिस जयपुर आ सकती है। युवती का पहले ही दिल्ली के हिंदूराव हॉस्पिटल में मेडिकल करवा लिया गया था। मेडिकल रिपोर्ट के बाद ही दिल्ली पुलिस ने पहले जीरो FIR दर्ज कर उसे सवाईमाधोपुर भेजने का प्रोसेस शुरू किया था, लेकिन वहीं केस दर्ज कर लिया।
दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन है। केंद्र में BJP की सरकार है, इसलिए इस मामले में मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए राजस्थान सरकार का प्रभाव काम नहीं आ पाएगा। पीड़िता ने मंत्री महेश जोशी से जान का खतरा होने और उनके प्रभाव के कारण राजस्थान में निष्पक्ष जांच पर संदेह जताया था। ऐसे में अब इस मामले की जांच में राजस्थान पुलिस का कोई दखल नहीं रहेगा। मंत्री पुत्र का रेप केस में फंसने के मामले में अब भाजपा समेत तमान अन्य राष्ट्रीय और स्थानीय दलों को बैठे—बिठाए कांग्रेस सरकार को घेरने का मुद्दा मिल गया है।