गर्भवती को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने वाले हैवानियत भरे कांड के बाद धरियावद के उस गांव में मौत जैसा सन्नाटा पसरा है। अपनी आंखों से महिला का चीरहरण देखने वाले लोग अपने घरों में ताले लगाकर फरार हैं। शर्मसार कर देने वाली ये घटना उस घर में हुई, जिसके दरवाजे पर ‘बहू-बेटियों की इज्जत बचाओ’ स्लोगन लिखा था। पिता बार-बार उस घटना को याद कर रो पड़ते हैं जो उनकी बेटी के साथ हुई। दरिंदों के सामने हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाती रही, लेकिन वीडियो बनाने वाले ठहाके लगाते रहे। उस पीड़िता के पिता ने कहा- हमारे लिए जीते जी मरने जैसी घटना है।
घर के बाहर लिखा- बहू-बेटियों की इज्जत बचाओ
जिस आरोपी पति व उसके परिवार ने गर्भवती के साथ यह हैवानियत की हम उस घर के बाहर दरवाजे पर स्वच्छ भारत मिशन के स्लोगन के रूप में लिखा था- ‘बहू-बेटियों की इज्जत बचाओ…’ लेकिन कृत्य ऐसा कि पूरी मानवता शर्मसार हो गई। और तो और इसी घर के आसपास दो-तीन लोगों की मौजूदगी में हैवानियत हुई, लेकिन किसी ने रोकने की जहमत तक नहीं उठाई। जो वीडियो सामने आए उसे शूट करने वालों से भी पीड़िता मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन मदद को कोई आगे नहीं आया। वीडियो बनाने वाले ठहाके लगा रहे थे।
25 से ज्यादा घर, ताले लगाकर सभी फरार
पहाड़ों के बीच बसे गांव में करीब 25 घरों की इस छितराई-सी बस्ती में पुलिस की धरपकड़ और दूसरे पक्ष के बदले की कार्रवाई के डर से हर घर पर ताले लटके हुए हैं। घरों में बंधे मवेशियों के रंभाने की आवाज इस सन्नाटे को तोड़ती हैं। 31 अगस्त की शाम को महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद से यहां रहने वाले परिवार गांव छोड़कर भाग चुके हैं। दो दिन से घरों में बंधे मवेशी भी पानी को तरसते नजर आए।
हर चौराहे पर चर्चा लेकिन जुबां पर चुप्पी
धरियावद से करीब 41 किलोमीटर दूर इस गांव से पहले कई गांवों के लोग समूह में बातें करते नजर आते हैं। हालांकि घटना के बारे में लोग केवल गांव का रास्ता बताने के अलावा कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं। जिस गांव में घटना हुई वहां का रास्ता तो दुर्गम है ही, एरिया भी रिमोट है। एक कदम इधर-उधर होते ही नेटवर्क गायब हो जाता है। 31 अगस्त को हुई घटना का वीडियो भी दूसरे दिन करीब 26 घंटे बाद वायरल होने पर सामने आ पाया।
पहले भी प्रताड़ित कर चुका पति
निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने की घटना ने पीड़िता को पूरी तरह से हिलाकर रख दिया है। तीन दिन बाद भी वह सामान्य नहीं हो पाई है। पुलिस ने पीड़िता के पति के घर का पता पीड़िता से पूछा तो वह ठीक से नहीं बता पाई। एसपी ने धरियावद क्षेत्र में काम कर चुके अन्य थानों में लगे पुलिसकर्मियों की टीम बनाई थी। उसी टीम ने घर का पता लगाया। शनिवार को उच्च अधिकारियों ने पीड़िता से बात की, लेकिन वह सहज नहीं थी। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि उसका पति उसे पहले भी प्रताड़ित करता रहा है।
पीड़िता को नौकरी की घोषणा
घटना सामने आने के बाद धरियावद (प्रतापगढ़) गेस्ट हाउस में सीएम अशोक गहलोत ने पीड़िता से करीब 20 मिनट तक बातचीत की। इस दौरान पीड़िता के माता-पिता भी साथ थे। सीएम ने पीड़िता को सरकारी नौकरी और 10 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। इस घटना पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सभ्य समाज में इस तरह के अपराधियों की कोई जगह नहीं है।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार, शादी के छह महीने बाद महिला पड़ोस के गांव ऊपला कोटा के एक युवक के साथ चली गई थी। महिला साल भर बाद 30 अगस्त को जब युवक के साथ वापस लौटी, तो उसके ससुराल वाले उसे जबरन अपने गांव पहाड़ा ले आए। इसके बाद पति ने गांव वालों के सामने ही उसके कपड़े उतारे और निर्वस्त्र कर घुमाया। जो वीडियो वायरल हुआ, उसमें वह जोर-जोर से चीख रही है और छोड़ देने की गुहार लगा रही है। इस दौरान गांव के कई लोग सिर्फ देखते रहे और वीडियो बनाते रहे, लेकिन किसी ने पति को रोका नहीं। महिला छह महीने की गर्भवती है।