रीट परीक्षा (REET Exam) पेपर लीक मामले में भाजपा (BJP) ने दूसरे दिन सरकार को कटघरे में खड़ा किया। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ.सतीश पूनियां ने पूरे मामले में शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Dotasara)को बर्खास्त कर पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। इन मांगों को लेकर पूनियां जल्द ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखेंगे।
पूनिया ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि परीक्षा को लेकर सरकार का कोई एक्शन प्लान नहीं था। आनन-फानन में पूरे प्रदेश भर में नेटबंदी की गई। इसके बाद भी पर्चा लीक होना सरकारी कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाता है। इसे लेकर उन्होंने जुमला कहा कि ‘सरकार वीक, इसलिए पर्चा लीक।
उन्होंने कहा कि रीट परीक्षा के मुख्य आरोपी बत्ती लाल मीणा के साथ शिक्षा मंत्री डोटासरा की फोटो वायरल हो रही है। यही नहीं मीणा कांग्रेस का सदस्य भी है और उसकी फोटो राहुल-प्रियंका के साथ भी है। सरकार कह रही है कि पर्चा लीक नहीं हुआ तो फिर पूरे मामले पर इतने बड़े स्तर पर गिरफ्तारियां क्यों हुई। पूनिया ने पूरे मामले में शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद डोटासरा को दोषी ठहराया और कहा कि अगर डोटासरा में नैतिकता बची है तो वह अपने पद से इस्तीफा दे, नहीं तो मुख्यमंत्री उन्हें शिक्षा मंत्री पद से बर्खास्त करें।
पूनिया ने कांग्रेस का घोषणा पत्र दिखाया और कहा कि घोषणा पत्र के 15वें पेज पर श्रम रोजगार का उल्लेख है। इसमें लिखा है कि युवा वर्ग को रोजगार दिया जाएगा और आसान किस्तों पर लोन दिया जाएगा। युवाओं को 3500 रुपए बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। साथ ही रीट सहित सभी भर्ती परीक्षाओं की समीक्षा करते हुए इनकी कमियों को दूर किया जाएगा।
इसी तरह उच्च न्यायालय में भर्ती पत्रों के संबंध में जो भी प्रकरण चल रहे हैं, उनका जल्द से जल्द निस्तारण किया जाएगा। मगर इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ। बसपा विधायकों के दिल्ली जाने पर पूनियां ने कहा कि बसपा विधायकों का मामला न्यायालय में लंबित है। न्यायालय का जो फैसला होगा स्वागत करेंगे, विधायकों का दिल्ली जाना पूरा राजनीतिक मसला है।