जयपुर। राजधानी में सरकारी कार्यालय कोरोना संक्रमण की चपेट में आने लगे हैं। यूडीएच के बाद अब पर्यटन भवन भी संक्रमण फैल रहा है। संक्रमण को रोकने के लिए अधिकारियों ने दो दिनों के लिए पर्यटन भवन को बंद करने का निर्णय लिया है।
पर्यटन विभाग की ओर से बुधवार को सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को मैसेज कर दिया गया है कि पर्यटन भवन में कोरोना संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भवन तीन और चार सितंबर को सेनेटाइजेशन के लिए बंद रखा जाएगा। पांच और छह सितंबर को अवकाश है। ऐसे में सेनेटाइजेशन के बाद पर्यटन भवन चार दिनों तक बंद रहेगा।
इस दौरान पर्यटन और आरटीडीसी के कार्यालय बंद रहेंगे। अभी अधिकारियों-कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि वह अपने घरों से ही कार्य करें। इस दौरान सभी लोग फोन पर हमेशा उपलब्ध रहें और बिना कार्यालय की इजाजत के शहर से बाहर नहीं जाएं।
जानकारी के अनुसार पर्यटन भवन में कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के कोरोना टेस्ट कराए गए थे। इस टेस्ट में आरटीडीसी के 10 अधिकारी कर्मचारी पॉजिटिव आए हैं। एक कर्मचारी को रीपीट टेस्ट की रिपोर्ट आई है। इन्हें मिलाकर अब तक आरटीडीसी में करीब 19 लोग कोरोना की चपेट में है। वहीं पर्यटन विभाग के भी पांच से अधिक अधिकारी-कर्मचारी कोरोना की चपेट में है।
विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि अधिकारियों की लापरवाही से पर्यटन भवन में कोरोना संक्रमण फैला है। प्रशासन ने 31 अगस्त को सभी के टेस्ट कराए थे और उसके बाद दो दिनों तक कार्यालय खोले रखा। यदि उसी दिन कार्यालय को बंद कर दिया जाता तो और लोग संक्रमित नहीं होते।
नगर निगम के चार उपायुक्त छुट्टी पर
जयपुर नगर निगम में भी कोरोना संक्रमण जड़ें जमा चुका है। बुधवार को निगम के मोती डूंगरी, उपायुक्त पशु प्रबंधन, उपायुक्त सिविल लाइंस, उपायुक्त विद्याधर नगर जोन अवकाश पर चले गए। इनके अवकाश पर जाने पर अन्य अधिकारियों को इनका चार्ज दिया गया है।
कहा जा रहा है कि यह उपायुक्त कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। नगर निगम की ओर से अपने अधिकारियों और कर्मचारियों का चार से पांच बार कोरोना टेस्ट कराया जा चुका है, इसके बावजूद संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है। कहा जा रहा है कि जनता से जुड़ा और संक्रमित इलाकों में कार्य के चलते निगम कर्मी कोरोना के चपेट में आ रहे हैं।