जयपुर नगर निगम ग्रेटर की निलंबित महापौर सौम्या गुर्जर के पति और करौली नगरपालिका के पूर्व सभापति राजाराम गुर्जर के सौदेबाजी करते हुए वायरल वीडियो ने भाजपा में सियासी हड़कंप मचा दिया है। बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो में राजाराम गुर्जर बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधियों से उनके 276 करोड़ रुपए के बकाया भुगतान के बदले 20 करोड़ रुपए की सौदेबाजी करते नजर आ रहे हैं।
इसके बाद एक वीडियो और तीन ऑडियो भी वायरल हुए। इन सभी में राजाराम और बीवीजी के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत है। इनके बीच एक चेहरा भी सामने आ रहा है, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि यह संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम हैं। वीडियो व आडियो वायरल होने के बाद राजाराम गुर्जर ने रात को इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उधर बीवीजी कंपनी की ओर से भी वीडियो जारी कर कहा गया कि बीवीजी इन बातों का खंडन करती है और वीडियो में दिखाई गई बातचीत सीआरएस फंड के तहत प्रताप गौरव केंद्र को देने वाले सहयोग के संबंध में थी। उसी दौरान हुई बातचीत को गलत संदर्भ में जोड़ा जा रहा है।
जानकारी सामने आई है कि यह वीडियो 20 अप्रेल को बनाया गया था और बकाया भुगतान होने पर 10 फीसदी के हिसाब से 20 करोड़ की डील की चर्चा चल रही है। वीडियो में बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधियों की ओर से कहा जा रहा है कि जैसे-जैसे भुगतान होता जाएगा, उनको कमीशन मिलता जाएगा।
इस दौरान राजाराम कह रहे हैं कि छह महीने में पूरा भुगतान हो जाएगा। बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधियों ने एकमुश्त 10 करोड़ रुपए का चैक देने की बात भी कही और कहा कि जो भी पेनल्टी कटनी है, वह कट जाएगी, लेकिन डील का पैसा चैक से देने की बात पर वह कहते हैं कि चैक से पैसा नहीं लिया जा सकता है। वायरल वीडियो में समितियों के चेयरमैन और पार्षदों को लेकर भी चर्चा हुई, जिसपर राजाराम ने कहा कि वह आप अपने आप मैनेज करो, आप सबको मैनेज करना जानते हो।
एसीबी ने लिया प्रसंज्ञान
वीडियो वायरल होने के बाद एसीबी ने भी इस मामले में प्रसंज्ञान लिया है। एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि वायरल वीडियो पर उन्होंने एक प्राथमिकी दर्ज की और एसीबी के अधिकारी जल्द ही इसमें जांच शुरू कर देंगे। वीडियो में जो भी लोग हैं, उनकी पहचान कर उनसे पूछताछ की जाएगी।