पृथ्वी वासियों के लिए चेतावनी है कि एक क्षुद्र ग्रह (एस्टेरॉयड) हमारी पृथ्वी से टकरा सकता है और भारी उथल-पुथल मचा सकता है। हालांकि इस तरह की जानकारी पर जल्दी से विश्वास नहीं होता लेकिन जब चेतावनी National Aeronautics and Space Administration यानी नासा की ओर से जारी गयी हो तो विश्वास करना ही प़ड़ता है।
नासा का कहना है कि धरती से टकराने नाले इस एस्टेरॉयड का नाम ‘अपोलो एमजी-1’ है। इसकी लंबाई बोइंग-767 विमान के बराबर है और इसका वजन कई गुना अधिक है। नासा के अनुसार नाम ‘अपोलो एमजी-1’ करीब 220 फीट लंबा है और यह 73 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अंतरिक्ष में घूम रहा है और पृथ्वी की ओर तेजी से बढ़ रहा है। यह स्टेरॉयड 21 जुलाई 2024 को पृथ्वी के पास से गुजर सकता है। भारतीय मानक समय के मुताबिक यह घटना 22 जुलाई को सुबह 3:10 बजे घटने की संभावना है।
नासा का कहना है कि यह एस्टेरॉयड पृथ्वी से लगभग 4.2 मिलियन किलोमीटर की दूरी से पृथ्वी की ओर आ रहा है। इस एस्टेरॉयड का नाम अपोलो अंतरिक्ष यान के नाम पर रखा गया है। इस स्टेरॉयड के विखंडन से बना एक एस्टेरॉयड पृथ्वी से टकरा सकता है और तबाही मचा सकता है, लेकिन फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि यह धरती के किस हिस्से से टकराएगा।
वहीं, इस बारे में नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि जब स्टेरॉयड पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते हैं, तो वे 2013 में चेल्याबिंस्क आग जैसी तबाही मचाते हैं। पिछली बार 15 फरवरी, 2013 को रूस के दक्षिणी यूराल क्षेत्र में स्थित शहर एक बड़े उल्कापिंड की चपेट में आ गया और आग लग गई। हालांकि अपोलो एमजी1 के पृथ्वी से टकराने की संभावना कम है। इसके बावजूद नासा के वैज्ञानिक इसकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं। नासा के वैज्ञानिक एस्टेरॉयड को ट्रैक करने के लिए रडार सिस्टम और दूरबीनों का उपयोग कर रहे हैं। इस एस्टेरॉयड की गति को देखते हुए इसका रास्ता बदलने की संभावना है।
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