जयपुरदुर्घटना

मसाजर चेयर से आग: जयपुर में दंपती जिंदा जले

जलने के निशान नहीं मिलने व दोनों के नाक में कार्बन मिलने के कारण दोनों की मौत दम घुटने से होना सामने आया है। परिवार के लोग इलेक्ट्रिक रिक्लाइन मसाजर मशीन में शॉर्ट सर्किट से आग लगना बता रहे हैं।
राजापार्क में हुए हादसे में मसाज करने की रिक्लाइन मशीन में जहां आग लगी थी, उसी जगह कमरे से बाहर निकलने का रास्ता था, वहीं आग लगने के कारण दंपती निकल ही नहीं पाए। एसी चलने के कारण उसे विंडो बंद थी। इसके चलते धुआं बाहर नहीं निकल पाया और कमरे में जहां प्रवीण वर्मा (63) व रेणु वर्मा (62) आराम कर रहे थे, वहीं भर गया।
प्रवीण का शव बेड पर था, जबकि उनकी पत्नी रेणु का शव कमरे में ही नीचे पड़ा मिला था। जलने के निशान नहीं मिलने व दोनों के नाक में कार्बन मिलने के कारण दोनों की मौत दम घुटने से होना सामने आया है। परिवार के लोग इलेक्ट्रिक रिक्लाइन मसाजर मशीन में शॉर्ट सर्किट से आग लगना बता रहे हैं।
आराम के लिए लगाई मसाज कुर्सी ने जान ली
परिवार के लोगों का कहना है कि इलेक्ट्रिक रिक्लाइन मशीन एक साल पहले खरीदी थी। दंपती उस पर बैठकर मसाज करवाते थे। उनके कई परिचित भी आते-जाते उस कुर्सी पर बैठकर मसाज लेते थे। उसी में शॉर्टसर्किट होने के कारण आग लगी और दोनों की जान चली गई।
वेंटीलेशन नहीं होने से धुआं नहीं निकला
पड़ोस के होटल कर्मचारी के मुताबिक कमरे की खिड़की से धुआं निकल रहा था, जबकि खिड़की बंद थी। वे गए तो महिला चिल्ला रही थी। उन्होंने साथी के साथ खिड़की का कांच तोड़ पानी डाला। धुआं होने से कुछ दिखाई नहीं दिया। कुछ देर बाद आवाजें बंद हो गईं।
इंटीरियर ने पकड़ी आग, मिनटों में बेकाबू
प्रवीण वर्मा के चाचा के बेटे हिमांशु ने बताया कि घर के बाहर गेस्ट रूम है। वहीं से उनका आना-जाना था। मकान के अंदर दो कमरे व एक किचन है। जिस कमरे में आग लगी थी, उसमें वॉलपेपर लगा था, जिससे आग तेजी से फैल गई। सोफा-पर्दे से भी आग बेकाबू हो गई। कारोबारी प्रवीण इंटीरियर डिजाइनर थे, लोगों के घरों को संवारते थे। अब इनके कमरे की दीवारें स्वाह हो चुकी हैं।

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