भारत के 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में पधारे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के लिए भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राजकीय भोज का आयोजन किया, जिसमें विभिन्न पारंपरिक लजीज भारतीय व्यंजन परोसे गए।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भारत दौरे पर हैं। देश के 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्तव्य पथ पर आयोजित परेड में उन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। शुक्रवार की शाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मैक्रों के सम्मान में राजकीय भोज का भी आयोजन किया। इस दौरान राष्ट्रपति मैक्रों के लिए लजीज पारंपरिक भारतीय व्यंजन परोसे गए। रिपोर्ट के अनुसार भोज में केसर बादाम शोरबा, सरसों का साग, मक्के की रोटी, जीरा आलू, पुदीना रायता जैसी डिशेश परोसी गईं।
इसके अलावा छेना पटूरी, अचारी आलू और मशरूम, अंजीर कोफ्ता, बागन-ए-सब्ज, दाल डेरा, सब्ज पुलाव भी मेन्यू में शामिल था। वहीं, मीठे के तौर पर गाजर नजाकत, फिरनी मिले फ्यूल, कार्व्ड फ्रेश फ्रूट एवं केशवा/कॉफी परोसा गया। भोज के बाद राष्ट्रपति मैक्रों दरगाह निजामुद्दीन औलिया भी पहुंचे। यहां पर उन्होंने आधे घंटे से भी अधिक समय बिताया।
इससे पहले राजकीय भोज के बाद संबोधन में मैक्रों ने कहा कि वह 5 साल बाद राजकीय यात्रा पर भारत आए हैं और बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। वहीं, राष्ट्रपति मुर्मु ने अपने संबोधन में कहा कि दोनों देश के नेताओं का एक-दूसरे के राष्ट्रीय दिवस पर सम्मानित बनना ऐतिहासिक क्षण है और यह भारत और फ्रांस की मजबूत साझेदारी का प्रतीक है। वहीं, 25 जनवरी को इमैनुएल मैक्रों ने जयपुर से अपनी राजकीय यात्रा की शुरूआत की थी, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ भव्य रोड शो में हिस्सा लिया था और जयपुर स्थित हवामहल और आमेर किले का भी दौरा किया था।