राजस्थान में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों में ‘गुड टच-बैड टच‘ की समझ विकसित करने के लिए वृहद स्तर पर ‘सुरक्षित स्कूल-सुरक्षित राजस्थान‘ अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान का आगाज शुक्रवार को जयपुर में दुर्गापुरा स्थित स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर एवं मैनेजमेंट (सियाम) में ‘मास्टर ट्रेनर्स‘ की राज्य स्तरीय कार्यशाला के साथ होगा। प्रातः 10 बजे से आरम्भ होने वाली इस कार्यशाला में स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन के नेतृत्व में ‘गुड टच-बैड टच‘ के विषय विशेषज्ञों द्वारा तीन सत्रों में 1200 मास्टर ट्रेनर्स को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण सत्र प्रातः 10 से 12 बजे, दोपहर 1 से 3 बजे और 4 से 6 बजे तक तीन बैच में आयोजित होंगे।
सभी स्कूलों में 26 अगस्त को एक साथ होगी जागरूकता
शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि राज्य स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 1200 ‘मास्टर ट्रेनर्स‘ आगामी दिनों में जिला स्तर पर प्रशिक्षण देंगे। जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशालाओं में वहां की सभी सरकारी स्कूलों से एक-एक टीचर को ‘मास्टर ट्रेनर‘ के रूप में तैयार किया जाएगा। इस प्रकार प्रदेश की सभी स्कूलों में ‘गुड टच-बैड टच‘ के ‘मास्टर ट्रेनर‘ तैयार होंगे। उन्होंने बताया कि इसके बाद ‘नो बैग डे‘ की गतिविधियों के तहत 26 अगस्त को पूरे प्रदेश में एक साथ सभी सरकारी विद्यालयों में बच्चों के लिए ‘गुड टच-बैड टच‘ के बारे में जागरूकता का प्रथम चरण आयोजित होगा। इसके बाद आगामी अक्टूबर और जनवरी माह में इसी तर्ज पर सभी स्कूलों में दूसरे और तीसरे चरण में रिपीट सत्र आयोजित होंगे।