जयपुर। राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा यानी रीट (REET) में नकल कराने वालों और पेपर लीक करने वालों पर राजस्थान सरकार काफी सख्त। है। सरकार (Government) एक्शन लेते हुए शिक्षा विभाग ने सवाई माधोपुर जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक राधेश्याम मीणा समेत 14 अधिकारियों-कर्मचारियों (officers-employees) को निलम्बित (suspend) कर दिया है। इनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा पुलिस जांच में दोषी सिद्ध होने पर मीणा को सरकारी सेवा से भी बर्खास्त कर दिया जाएगा। मीणा सवाई माधोपुर में प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत है। कुछ स्थानों पर परीक्षा में धांधली की शिकायतें मिली थीं। इसको लेकर पुलिस और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप लगातार जांच कर रहे हैं। पुलिस और एसओजी की टीम आरोपियों से पूछताछ कर उनके साथियों की तलाश में जुटी हुई है।
शिक्षा विभाग ग्रुप 2 के शासन उप सचिव मोहम्मद सलीम खान ने मीणा की भूमिका संदेहास्पद होने के कारण तुरंत निलम्बित कर दिया। इसके अलावा शिक्षा विभाग सिरोही से कनिष्ठ सहायक मनोहर, जालोर से व्याख्याता मनोहर लाल, जालोर से अध्यापक सुरेश कुमार बिश्नोई, जालोर से अध्यापक प्रकाश चौधरी, बाड़मेर से अध्यापक रमेश कुमार, नागौर से अध्यापक रामनिवास बसवाना, नागौर से अध्यापक श्रवण राम, डूंगरपुर से अध्यापक भंवरलाल कड़वासरा, डूंगरपुर से शारीरिक शिक्षक हरीश चंद्र पाटीदार, राजसमंद से अध्यापक मांगी लाल दर्जी, राजसमंद से अध्यापक श्रवण कुमार, भरतपुर से अध्यापक लक्ष्मण सिंह और बूंदी से अध्यापक श्रवण कुमार को भी निलंबित किया है।
26 सितंबर को हुई रीट परीक्षा में सवाई माधोपुर जिले के कुछ परीक्षा केंद्रों पर गड़बडिय़ां सामने आई थीं। दो पुलिसकर्मियों के पास परीक्षा शुरू होने से पहले सुबह 8.32 मिनट पर पेपर आ गया था। कुछ जगहों पर शिक्षकों और पुलिसकर्मियों द्वारा पेपर लीक के मामले सामने आए थे और विरोध प्रदर्शन हुए थे।