हमास के साथ जंग के बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमास ने हम पर हमला करके ऐतिहासिक गलती की है। हम इसकी ऐसी कीमत वसूलेंगे, जिसे हमास और इजराइल के अन्य दुश्मनों की पीढ़ियां दशकों तक याद रखेंगी।
बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हम युद्ध नहीं चाहते थे। हम पर बहुत क्रूर तरीके से यह थोपा गया। हमने भले ही युद्ध शुरू नहीं किया लेकिन इसका अंत हम ही करेंगे। इजराइल सिर्फ अपने लोगों के लिए नहीं बल्कि बर्बरता के खिलाफ खड़े हर देश के लिए लड़ रहा है।
इजराइल और हमास की जंग के चौथे दिन अब तक 900 लोगों की मौत हुई है। इजराइल सेना ने बताया कि 2300 से ज्यादा घायल हैं। मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ सकता है। सोमवार, 9 अक्टूबर को इजराइल सरकार ने अपनी सेना को पूरी गाजा पट्टी पर कब्जे के आदेश दिए हैं। इजराइल ने 1 लाख सैनिकों को गाजा बॉर्डर पर तैनात किया है। साथ ही, 3 लाख सैनिकों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने अधिकारियों को गाजा पट्टी में खाना, पानी, बिजली और फ्यूल की सप्लाई बंद करने के भी आदेश दिए हैं।
11 अमेरिकी नागरिकों की मौत
वहीं, इजराइल में मरने वाले अमेरिकी नागरिकों की संख्या 11 पहुंच गई है। वहीं ब्रिटेन के 10 नागरिकों की मौत हुई है। इससे पहले फ्रांस, जर्मनी और यूक्रेन ने भी हमास के अटैक में अपने नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की थी। हालांकि, सेना ने बॉर्डर के इजराइली इलाकों को हमास के लड़ाकों से छुड़ा लिया है।
जिहाद के 500 वॉर रूम तबाह
हालांकि, फलस्तीन की तरफ से अभी भी लड़ाके इजराइल में घुस रहे हैं। दूसरी तरफ, हमास ने दावा किया है कि इजराइल की तरफ से किए गए हमलों में 4 इजराइलियों की भी मौत हुई है। ये हमास की कैद में थे। इजराइल की एयरफोर्स ने रात भर हमास और फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद के 500 वॉर रूम तबाह किये।
हिजबुल्लाह की अमेरिका को धमकी
लेबनान के संगठन हिजबुल्लाह ने अमेरिका को धमकी दी है। उसने कहा है-,अमेरिका ने अगर सीधे तौर पर जंग में दखल दिया तो वो मिडिल ईस्ट में अमेरिकी ठिकानों पर हमला कर देंगे। फलस्तीन यूक्रेन नहीं है।
बंधकों को सुरंगों में छुपाया
हमास ने दावा किया है कि उन्होंने 130 लोगों को अगवा किया है। इन्हें गाजा पट्टी में सुरंगों में रखा है। वह इन बंधकों का इस्तेमाल मानव ढाल के रूप में करेगा ताकि इजराइल हमला करे तो उसके ही लोग मारे जाएं। इजराइल की डिफेंस फोर्स ने बताया है कि बंधकों में महिलाएं, बच्चे और परिवार शामिल हैं। इधर, अमेरिका ने इजराइल को मिलिट्री सपोर्ट देने की बात कही है। यूएस डिफेंस सेक्रेटरी लॉयड ऑस्टिन ने कहा, मदद के लिए हमारे जहाज और लड़ाकू विमान इजराइल की तरफ बढ़ रहे हैं। हमने यूएसएस जेराल्ड आर फोर्ड एयरक्राफ्ट कैरियर (वॉरशिप) को अलर्ट कर दिया है।
मिल रहे इजराइलियों के शव
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल में 7 से 8 स्थानों पर लड़ाई जारी है। इसमें उनके 73 सैनिकों की मौत हुई है। जहां-जहां से हमास के लड़ाकों को बाहर निकाला जा रहा है वहां, इजराइलियों के शव मिल रहे हैं।
अहम अपडेट्स
– न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक इजराइल में केरल की एक महिला घायल हो गई है।
– ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी ने फलस्तीन को दी जाने वाली मदद बंद कर दी है।
– इजराइली हमलों के बाद गाजा में 1 लाख 23 हजार लोग घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं। करीब 74 हजार लोग स्कूलों में शरण ले रहे हैं।
– 7 अक्टूबर को इजराइल में चल रहे एक म्यूजिक फेस्टिवल में हमास के हमले में 260 लोगों की मौत हुई थी।
– इजराइल में नेपाल के 10 छात्रों, चार अमेरिकी और थाइलैंड के 12 नागरिकों की मौत हो गई है।
– इजराइल में फंसे मेघालय के 27 ईसाई तीर्थयात्री सुरक्षित मिस्र ले जाये गये हैं।
हमले से पहले मिस्र ने इजराइल को चेताया था
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक, मिस्र का कहना है कि उसने ‘जंग’ के सिलसिले में इजराइल को वॉर्निंग दी थी। मिस्र के इंटेलिजेंस अफसर ने कहा, हमने इजराइल को ‘कुछ बड़ा’ होने की चेतावनी दी थी लेकिन इजराइल ने इस पर ध्यान नहीं दिया। मिस्र अक्सर इजराइल और हमास के बीच मध्यस्थता करवाता है। दरअसल, पहले मिस्र उन अरब देशों में शामिल था, जो इजराइल को अपना दुश्मन मानते थे। मिस्र ने इजराइल के विरुद्ध कई जंग भी लड़ी हैं। हालांकि, 1973 की अरब-इजराइली जंग के 7 साल बाद ही मिस्र ने इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दी थी। तब से इसे इजराइल और फलस्तीन के बीच मध्यस्थता कराने वाले देश के तौर पर देखा जाता है।
इजराइल में 18 हजार भारतीय, सभी सुरक्षित
तेल अवीव स्थित भारतीय दूतावास के मुताबिक, इजराइल में 18,000 भारतीय रह रहे हैं। फिलहाल सभी सुरक्षित हैं। इजराइल पहुंचे भारतीय पर्यटकों ने दूतावास से सुरक्षित निकाले जाने की अपील की है।
दूसरी तरफ, नेपाल के विदेश मंत्री ने कहा है कि उनके देश के 11 स्टूडेंट्स मारे गए हैं, जबकि 4 स्टूडेंट्स घायल हैं। नेपाल के विदेश मंत्री के मुताबिक, उनके 17 छात्र किबुत्ज इलाके में थे जहां हमास ने फायरिंग की।
दरअसल, हमास ने इजराइल में मौजूद दूसरे देशों के नागरिकों को भी कब्जे में लेना शुरू कर दिया है। वहां थाइलैंड के 2 नागरिकों की मौत हो गई है। थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने बताया है कि उनके 11 नागरिक हमास के कब्जे में है।