पंजाब (Punjab) में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder) की पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा/Punjab) के साथ मिलकर लड़ेगी। भाजपा और लोक कांग्रेस पार्टी के इस चुनावी गठबंधन (electoral alliance) की जानकारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दी। यही नहीं इस खबर की पुष्टि स्वयं कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट के जरिये दी।
उल्लेखनीय है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 29 सितंबर 2021 को गृहमंत्री अमित शाह से करीब 45 मिनट तक मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने नवंबर 2021 में कांग्रेस से इस्तीफा देकर अलग पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। उधर, किसान आंदोलन की शुरुआत से ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल अकाली दल भाजपा से नाता तोड़ चुकी थी। इसके बाद से ही अनुमान लगाया जा रहा था कि वे भाजपा के साथ चुनावी समझौता कर सकते हैं। फिर, किसान आंदोलन समाप्त होने के बाद भी अकाली दल ने भाजपा से पुनः हाथ नहीं मिलाया तो भाजपा और पंजाब लोक कांग्रेस के चुनावी गठबंधन के अनुमान को और बल मिलने लगा। आखिरकार, इस संभावना पर आज, 17 दिसंबर 2021 को मुहर लग गयी।
पंजाब लोक कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब भाजपा के प्रभारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच सात राउंड की बातचीत हुई। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सात दौर की बातचीत के बाद आज मैं पुष्टि करता हूं कि भाजपा और पंजाब लोक कांग्रेस आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ने जा रहे हैं। किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी, इस मामले पर बाद में चर्चा की जाएगी।
उधर, केंद्रीय मंत्री की घोषणा के कुछ समय बाद ही कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन की जानकारी दी। उन्होंने केंद्रीय मंत्री और पंजाब के भाजपा प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की जानकारी देते हुए बताया, ‘ हमने विधानसभा चुनाव से पहले भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए दिल्ली में बैठक की। इसमें पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर औपचारिक रूप से भाजपा के साथ सीट समायोजना की घोषणा की गई। ’
पंजाब की राजनीतिक और कैप्टन की पकड़
भाजपा और पंजाब लोक कांग्रेस के गठबंधन के बाद अब पंजाब की राजनीतिक स्थिति में बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव तक भाजपा प्रदेश में शिरोमणि अकाली दल के छोटे भाई की भूमिका में थी। पंजाब लोक कांग्रेस के साथ पार्टी पंजाब में अपना विस्तार कर सकती है। पंजाब की राजनीति में कैप्टन अमरिंदर सिंह एक बड़ा चेहरा हैं और उनके सहारे राजग के पुराने सहयोगी अकाली दल से मुकाबला करती दिखाई देगी।
पंजाब में दिखेगा चतुष्कोणीय मुकाबला
पंजाब में कांग्रेस की सरकार रही है और कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के सहारे ही पिछला चुनाव लड़ा और जीता था। उन्हें पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बड़ी टक्कर मिली थी। इन दोनों कोणों को टक्कर देने के लिए राजग था यानी भाजपा और अकाली दल ने यहां मिलकर चुनाव लड़ा था। लेकिन अब कैप्टन अमरिंदर कांग्रेस छोड़ नयी पार्टी बना चुके हैं। वे अब भाजपा के साथ मिलकर कांग्रेस, अकाली दल, आम आदमी पार्टी को कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब में दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। करीब साढ़े 9 साल मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालने के कारण उन्हें प्रदेश की सियासी जमीन पर गहरी पकड़ है। कांग्रेस में उनके कई ऐसे सहयोगी हैं, जो समय आने पर उनके साथ जाने से भी नहीं हिचकेंगे। हालांकि, अभी तक कोई बड़ा चेहरा उनसे जुड़ा नहीं है किंतु चुनावी माहौल के गरमाने के बाद सियासी भगदड़ के देखने को मिल सकती है। वहीं, अकाली दल में भाजपा सेंधमारी की कोशिश में है।