चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के कई डब्बे उत्तर प्रदेश के गोंडा के पास पटरी से उतर गये। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस दुर्घटना में फिलहाल 4 व्यक्तिों की मौत की जानकारी मिली है और कई लोग घायल हो गये। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ने की भी आशंका है। दुर्घटना गोंडा से करीब 30 किलोमीटर दूर झिलाही रेलवे स्टेशन के पास हुई। बचाव राहत दल घटना स्थल के लिए रवाना हो गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही 15904-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस गुरुवार की दोपहर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस रेल दुर्घटना में अब तक चार लोगों के मौत की जानकारी मिली है और आशंका है कि मौत के आंकड़ा बढ़ भी सकता है। प्रत्यक्षदर्शी अधिक मौतों का दावा कर रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ट्रेन की गति तेज थी। इसी दौरान तेज आवाज हुई। यह आवाज बम फटने जैसी थी। इसके बाद बाद लोगों को जब कुछ अहसास हुआ तो वे दर्द से कराह रहे थे। करीब 10 बोगी बेपटरी हो चुकी थी। चार से पांच बोगियां पटरी से उतरने के बाद पलट सी गई। वहीं, इस हादसे में एक बोगी नीचे खेत में पलटी दिख रही है। पटरी के नीचे बारिश के कारण पानी जमा है। इसमें भी यात्री गिर पड़े। यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को उत्तर प्रदेश में डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना के बारे में जानकारी दे दी गई है। वे स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं और असम सरकार संबंधित अधिकारियों के संपर्क में है।
लखनऊ से सवार हुए यात्री ने बताया कि बाराबंकी से ही ट्रेन झटके खाने लगी थी। गोंडा से आगे निकलते ही ट्रेन जैसे ही झुलाही स्टेशन के पास पहुंची, जोर से झटके लेने लगी। ऐसे लगा मानो बम फटा हो। इसके बाद डिब्बों में यात्रियों को जोर का झटका लगा। अपनी सीट से यात्री उछल गए। कई यात्री को दूसरे स्लीपर से टकरा गए। महज 2 से तीन मिनट के भीतर चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। लखनऊ से डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस में सवार हुए यात्री अविनाश शुक्ला ने घटना के बारे में जानकारी दी।
अविनाश शुक्ला ने बताया कि बाराबंकी से ही ट्रेन में झटका लगने लगा था। लखनऊ से ट्रेन सुबह 11:24 बजे रवाना हुई थी। इसे दोपहर 2 बजे गोंडा पहुंचना था, लेकिन ट्रेन अपने निर्धारित समय से पहले दोपहर 1:56 बजे ही गोंडा पहुंच गई। अविनाश ने बताया कि बाराबंकी से आगे बढ़ते ही ट्रेन में झटके लगने लगे। इन झटकों से यात्रियों को परेशानी हो रही थी। हालांकि, इस मामले में ट्रेन प्रबंधन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
गोंडा से रवाना होने के बाद हादसा
अविनाश शुक्ला ने बताया कि दोपहर 2 बजे ट्रेन गोंडा जंक्शन से रवाना हुई। दोपहर 2:26 बजे यह झिलाही स्टेशन पहुंची थी। इसी दौरान ट्रेन में जोरदार झटका लगा। बम फटने जैसी आवाज आई। इसके बाद ट्रेन पटरी से उतरती चली गई। चार चार से पांच बोगियों के पलटने के कारण लोग इसमें दबने लगे। इसी में लोगों की मौत हो गई। एसी बोगियों को इस एक्सिडेंट में सबसे अधिक नुकसान हुआ। स्लीपर बोगियों में भीड़ होने के कारण लोग बैठे थे। लेकिन, एसी बोगी में लेटे यात्रियों को एक्सिडेंट के कारण अधिक परेशानी नहीं हुई।अविनाश ने बताया कि मैं भी इस एक्सिडेंट में उछल गया था। उन्होंने बताया कि मैं परीक्षा देने बिहार के मुजफ्फरपुर जा रहा था। इसी दौरान यह हादसा हो गया। स्लीपर से लेकर जनरल बोगी में सवार यात्रियों को इस हादसे में काफी चोटें आई हैं।
रेलवे ने शुरू किया राहत कार्य
रेलवे ने राहत कार्य शुरू किया है। रेलवे विभाग के सीनियर अधिकारी मौके पर रवाना हो गए हैं। इस संबंध में अविनाश और उनके साथियों ने बताया कि हमें आगे की यात्रा करना जरूरी है। ऐसे में हमलोगों ने अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। भीषण हादसे के कारण गोरखपुर रूट पर कुछ ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि डॉक्टरों की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। घायलों को प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है। इसके अलावा रेलवे की ओर से घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
रेलवे द्वारा हेल्प लाइन नम्बर जारी
पूर्वोत्तर रेलवे के बाराबंकी-गोरखपुर रेल खण्ड पर मोतीगंज-झिलाहीं स्टेषनों के मध्य डाउन लाइन पर 15904 चण्डीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के अवपथन के फलस्वरूप गोण्डा से दुर्घटना राहत चिकित्सा यान दुर्घटना स्थल पर पहुंच गई है। राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। रेल यात्रियों की मदद एवं अन्य जानकारी हेतु रेलवे द्वारा हेल्प लाइन नम्बर जारी किये गये हैं।
1.गोण्डा – 8957400965
2.लखनऊ – 8957409292
3.सीवान – 9026624251
4.छपरा – 8303979217
5.देवरिया सदर- 8303098950