वाशिंगटनविज्ञान

नए साल पर भारत की अक्षता से लें प्रेरणा, धरती से मंगल ग्रह पर कंट्रोल किया नासा का रोवर, ऐसा करने वालीं पहली भारतीय

भारत की अक्षता कृष्णमूर्ति की कहानी सभी को प्रेरित करती है। अक्षता ने नासा पहुंचकर वह काम किया है, जो आज तक कोई भारतीय नहीं कर सका। उन्होंने पृथ्वी से मंगल ग्रह पर मौजूद रोबोट को चलाया है। इसके साथ ही उन्होंने मंगल ग्रह के चट्टानी सैंपल भी लिये।
स्पेस के क्षेत्र में जाने की इच्छा रखने वालों को भारत की अक्षता कृष्णमूर्ति से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने इतिहास रच दिया है। मंगल ग्रह पर अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के रोवर को संचालित करने वाली वह पहली भारतीय बनी हैं। 30 नवंबर को उन्होंने इससे जुड़ा वीडियो शेयर किया था, लेकिन नए साल पर हम इनसे प्रेरणा ले सकते हैं।
इंस्टाग्राम पर उन्होंने अपनी इस उपलब्धि को साझा किया है। उन्होंने कहा, ‘कोई भी सपना कभी भी बहुत बड़ा या पागलपन भरा नहीं होता। खुद पर विश्वास रखें। लक्ष्य पर निगाह टिकाए रखें। मैं वादा करती हूं कि आप कड़ी मेहनत करेंगे तो वहां जरूर पहुंचेंगे।’
प्रमुख इन्वेस्टिगेटर और मिशन विज्ञान चरण लीड
अक्षता ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पीएचडी की है। वह उन कुछ भारतीयों में से हैं, जो पूर्णकालिक अवसर के लिए नासा में शामिल हुई हैं। अक्षता की लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक वह नासा में प्रमुख इन्वेस्टिगेटर और मिशन विज्ञान चरण लीड हैं। नासा में पिछले पांच वर्षों से वह काम कर रही हैं। अक्षता ने अपनी प्रेरक यात्रा को इंस्टाग्राम पर साझा किया। उन्होंने बताया कि वह मंगल ग्रह पर रोवर को संचालित करने और पृथ्वी पर वापस लाने वाले नमूने इकट्ठा करने वाली पहली भारतीय नागरिक बनीं।
13 साल पहले पहुंचीं अमेरिका
अक्षता की यात्रा 13 साल पहले शुरू हुई, जब वह नासा में काम करने का सपना लेकर अमेरिका पहुंची थीं। क्योंकि वह एक विदेशी नागरिक थीं, इस कारण उनके लिए यह लक्ष्य पाना बेहद मुश्किल था। लोगों ने उनसे कहा कि उनका सपना बेहद मुश्किल है, इसलिए वह कोई नया लक्ष्य बनाएं। हालांकि अक्षता ने किसी की नहीं सुनी और अपने लक्ष्य तक पहुंचने में डटी रहीं। उन्होंने लिखा, ‘पीएचडी करने से लेकर नासा में पूर्णकालिक नौकरी पाने के लिए सैकड़ों दरवाजे खटखटाने तक, कुछ भी आसान नहीं था। आज मैं कई शानदार अंतरिक्ष मिशनों पर काम करती हूं, जिसमें पृथ्वी पर वापस लाने के लिए नमूने इकट्ठा करने वाला पर्सिवरेंस रोवर भी शामिल है।’
अंतरिक्ष यात्री बनना है सपना
इंस्टाग्राम पर उनके इस वीडियो को अब तक 70 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। भारतीय लोगों ने उनकी प्रशंसा की। एक यूजर ने कमेंट में लिखा, ‘सच में यह बेहद प्रभावशाली और सराहनीय है। हर किसी में यह साहस नहीं है।’ एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘आप जैसी महिलाएं महत्वाकांक्षी युवाओं के लिए प्रेरणा हैं।’ इंस्टाग्राम पर अक्षता की बायो के मुताबिक वह अंतरिक्ष यात्री बनना चाहती हैं।

Related posts

भई वाह..साइकिल के पहिए और वो भी चौकोर…! जब चली तो दबा लीं सभी ने दांतों तले उंगलियां

Clearnews

जहाज की टक्कर से नदी में समा गया अमेरिका का ऐतिहासिक बाल्टीमोर पुल…

Clearnews

इराक-सीरिया पर कहर बनकर टूटा अमरीका का गुस्सा: एयर स्ट्राइक में मरने वालों की संख्या बढ़कर 40

Clearnews