भारतीय टीम ने विश्व कप 2023 के अपने आखिरी लीग मुकाबले में नीदरलैंड को बड़े अंतर से हराते हुए क्रिकेट फैंस को दिवाली का रिटर्न गिफ्ट दिया है। भारत ने 410 रनों का स्कोर खड़ा किया था, जवाब में डच टीम 250 रनों तक ही पहुंच सकी। भारत अब पहला सेमीफाइनल खेलने उतरेगा।
भारतीय टीम ने विश्व कप 2023 के आखिरी लीग मुकाबले में नीदरलैंड को 160 रनों से हरा दिया। मैच में पहले भारत के टॉप ऑर्डर के सभी 5 बल्लेबाजों ने चैके-छक्के जड़ते हुए अपनी आतिशबाजी से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया और फिर विपक्षी टीम को 250 रनों पर समेटते हुए दिवाली का गिफ्ट भी दे दिया। भारत ने केएल राहुल और श्रेयस अय्यर के धांसू शतक, जबकि गिल, रोहित और विराट के अर्धशतकों के दम पर 410 रनों का स्कोर खड़ा किया था।
अगला मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में
नीदरलैंड टीम 47।5 ओवरों में 250 रनों पर सिमट गई। इसके साथ ही भारतीय टीम अपना अगला मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 15 नवंबर को सेमीफाइनल में खेलेगी, जहां उसका मुकाबला न्यूजीलैंड से है। दूसरी ओर, नीदरलैंड की टीम आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में जगह बनाने से चूक गई। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत की यह लगातार 9वीं जीत है, जो एक रिकॉर्ड है।
केएल राहुल और श्रेयस अय्यर की धूम
इससे पहले केएल राहुल (102 रन, 64 गेंद) विश्व कप में सबसे तेज शतक जड़ने वाले भारतीय क्रिकेटर बने, जिससे उनके और श्रेयस अय्यर (नाबाद 128 रन, 94 गेंद) के सैकड़े की बदौलत भारत ने नीदरलैंड के खिलाफ 4 विकेट पर 410 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। अय्यर और राहुल ने चैथे विकेट के लिए 208 रन साझेदारी की। इन दोनों के अलावा कप्तान रोहित शर्मा (61 रन), शुभमन गिल (51 रन) और विराट कोहली (51 रन) की अर्धशतकीय पारियों का भी योगदान रहा। अंतिम 10 ओवर में भारतीय टीम ने 122 रन जोड़े जिससे वह दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बाद टूर्नामेंट में 400 रन से ज्यादा का स्कोर बनाने वाली तीसरी टीम बनी।
बल्ले की आतिशबाजी से कांप गए डच खिलाड़ी
अय्यर का यह चैथा वनडे शतक और विश्व कप में पहली शतकीय पारी है। वह तब क्रीज पर उतरे जब गिल और रोहित ने पहले विकेट के लिए 71 गेंद में 100 रन बना लिए थे और भारत बड़ा स्कोर बनाने की ओर बढ़ रहा था। इस 28 साल के दाएं हाथ के बल्लेबाज ने अपनी भूमिका बेहतरीन ढंग से निभाई और उन्हें राहुल के रूप में अच्छा जोड़ीदार मिला। अय्यर की बल्लेबाजी का सबसे बड़ा आकर्षण उनका जोखिम से बचना रहा। वह स्पिन को आमतौर पर अच्छी तरह खेलते हैं लेकिन बाएं हाथ के गेंदबाजों के खिलाफ उनकी कमजोरी दिखती है, जिसे उनके स्ट्राइक रेट से बखूबी देखा जा सकता है।
हर गेंदबाज पर बरसे रन
अय्यर ने रोल्फ वान डर मर्व पर एक और दो रन बनाए जबकि आर्यन दत्त और तेज गेंदबाज पॉल वान मीकेरन और लोगान वान बीक को निशाना बनाया। वान मीकेरन पर तो उन्होंने लॉन्ग ऑन और कवर पर 80 मीटर के दो गगनचुंबी छक्के जड़े। उन्होंने तेज गेंदबाज बास डि लीडे पर मिड ऑफ में एक रन लेकर अपने 100 रन पूरे किए जिसके लिए उन्होंने महज 84 गेंद खेली। राहुल अपनी पारी के शुरू में स्ट्राइक रोटेट करते हुए उनका अच्छा साथ निभा रहे थे, फिर उन्होंने वान मीकेरन पर मिड विकेट पर छक्का जड़कर अपने तेवर दिखाए और अपना सातवां वनडे शतक जड़ दिया।
विराट, रोहित और गिल भी घुमाया बल्ला
राहुल ने तेज गेंदबाज डि लीडे पर मिड विकेट पर लगातार दो छक्के जड़कर महज 62 गेंद में अपना सैकड़ा पूरा किया। यह वनडे विश्व कप में किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सबसे तेज शतक भी है। अय्यर और राहुल के लिए रोहित, गिल और कोहली ने अर्धशतक जड़कर चीजें आसान कर दीं। चिन्नास्वामी की उछाल भरी पिच पर 24 वर्षीय गिल ने तेज गेंदबाज वान बीक और दत्त पर एक एक छक्के जमाए जिसमें से दूसरा छक्का स्टेडियम की छत पर गिरा।
रोहित ने की जमकर धुनाई
रोहित ने क्रीज पर जमने में थोड़ा समय लिया क्योंकि वान बीक की गेंदों से वह थोड़े असहज दिखे। पर इसके बाद उन्होंने नीदरलैंड के गेंदबाजों को धुनना शुरू किया। पर दोनों के आउट होने से पहले विकेट की साझेदारी टूट गयी। लेकिन फिर कोहली और अय्यर ने 66 गेंद में 71 रन की भागीदारी निभायी। कोहली अपने 50वें वनडे शतक की उपलब्धि को हासिल करने के लिए अच्छी लय में दिख रहे थे लेकिन वान डर मर्व ने उन्हें बोल्ड कर भारतीय प्रशंसकों की उम्मीद तोड़ दी।
रनों के पहाड़ के नीचे दब गई नीदरलैंड टीम
पहाड़ सरीखे स्कोर का पीछा करने उतरी नीदरलैंड की टीम ने 47।5 ओवर में सभी विकेट के नुकसान पर 250 रन बनाए। टीम इंडिया ने नीदरलैंड के खिलाफ अपने सभी हथियारों का इस्तेमाल किया। भारत के लिए बुमराह, जडेजा, कुलदीप और सिराज ने 2-2 विकेट झटके। विराट कोहली और रोहित शर्मा ने भी विकेट लिया, जबकि शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव ने भी बॉलिंग की। रोहित शर्मा ने 9 गेंदबाजों का इस्तेमाल किया, जिससे नीदरलैंड के बल्लेबाजों को अपना सम्मान बचाने का मौका मिला।