भारत ने चौथे और आखिरी टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में साउथ अफ्रीका को 135 रन से हराकर 3-1 से श्रृंखला जीत ली। इस धमाकेदार जीत का श्रेय संजू सैमसन (नाबाद 109) और तिलक वर्मा (नाबाद 120) की शतकीय पारियों को जाता है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 283/1 का विशाल स्कोर खड़ा किया, जो विदेशी धरती पर भारत का अब तक का सबसे बड़ा टी-20 स्कोर है। जवाब में साउथ अफ्रीका की टीम 18.2 ओवर में 148 रन पर ढेर हो गई।
तिलक-संजू ने रचा इतिहास
संजू सैमसन और तिलक वर्मा ने दूसरे विकेट के लिए 93 गेंदों में 210 रन की नाबाद साझेदारी की, जो भारत के लिए टी-20 अंतरराष्ट्रीय में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी भागीदारी है। उनकी पारी ने न केवल दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों को पूरी तरह से पस्त किया, बल्कि क्रिकेट इतिहास में नए रिकॉर्ड भी बनाए। तिलक वर्मा, जिनकी उम्र मात्र 22 साल है, ने 47 गेंदों में 9 चौके और 10 छक्कों की मदद से अपना शतक पूरा किया।
सैमसन, जिन्होंने पहले मैच में भी शानदार शतक जड़ा था, ने इस बार 56 गेंदों में 6 चौके और 9 छक्कों के साथ विपक्षी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। तिलक और सैमसन की साझेदारी ने भारतीय टीम को ऐसा स्कोर दिया जिसे साउथ अफ्रीका के लिए पाना नामुमकिन साबित हुआ।
मैच में बने कई रिकॉर्ड
• भारत ने पारी के दौरान कुल 23 छक्के लगाए, जो एक नया रिकॉर्ड है।
• दो भारतीय बल्लेबाजों का एक ही टी-20 अंतरराष्ट्रीय पारी में शतक बनाना भी पहली बार हुआ।
• तिलक वर्मा लगातार दो टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में शतक जड़ने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने।
शानदार शुरुआत और आक्रामक खेल
पावरप्ले में अभिषेक शर्मा (18 गेंदों में 36 रन) ने चार छक्कों के साथ तेज शुरुआत की। इसके बाद संजू और तिलक ने साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया। गेंदबाजों ने दबाव में 17 वाइड गेंदें फेंकी। केशव महाराज और ट्रिस्टन स्टब्स जैसे प्रमुख गेंदबाज भी भारतीय बल्लेबाजों के आक्रामक खेल के आगे बेबस नजर आए।
इस धमाकेदार जीत के साथ भारत ने साल 2024 का अंत टी-20 विश्व कप चैंपियन बनने और एक यादगार सीरीज जीत के साथ किया।