आर्थिकदिल्ली

भारत टीवी में नहीं बेचेंगी ये चीनी कंपनियां, उठाया चौंकाने वाला कदम..!

भारत में इन दिनों त्योहारी सीजन चल रहा है और त्योहारों के मद्देनजर आमजन की खरीदारी बहुत बढ़ जाती है। बहुत सी कंपनियां इन दिनों अपने उत्सादों की बिक्री बढ़ाने के उद्देश्य नयी-नयी बिक्री स्कीमें लेकर आती हैं लेकिन इस बीच चीन की दो कंपनियों ने बहुत ही चौंकाने का फैसला किया है। उन्होंने भारत में टीवी बनाना और बेचना बंद करने का कदम उठाया है।
चीन की प्रमुख लेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों में शुमार हैं वनप्लस (OnePlus) और रियलमी (RealMe)। इन दोनों ही कंपनियों ने भारत में टेलीविजन का उत्पादन और बिक्री बंद करने का फैसला किया है। इन दोनों कंपनियों ने भारत के स्मार्ट टीवी मार्केट में अच्छा-खासा बिजनस हासिल कर लिया था लेकिन अचानक उन्होंने इस बिजनस से कदम खींचने का निर्णय लिया है। चीन की कंपनी शाओमी तो भारत के स्मार्ट टीवी बाजार में पहले नंबर की कंपनी मानी जाती है। कहा जा रहा है कि वनप्लस और रियलमी स्मार्टफोन के कारोबार में फिलहाल बनी रहेंगी। चीन की इन कंपनियों का यह फैसला इसलिए अजीब लग रहा है टीवी के उत्पादन और बिक्री करने बंद करने का फैसला जिस कारण से लिया गया है, वहा कारण स्मार्टफोन के बाजार पर भी तो लागू रहेगा।
उल्लेखनीय है कि इन कंपनियों ने भारत में टीवी के सेल्स चैनल और ब्रांडिंग में निवेश किया था। इंटरनेट बूम और डेटा की कीमतों में कमी के कारण हाल में देश में स्मार्ट टीवी मार्केट में काफी तेजी आई है। साथ ही नेटफ्लिक्स, ऐमजॉन प्राइम और डिज्नी हॉटस्टार जैसी स्ट्रीमिंग सर्विसेज के ग्रोथ ने भी देश स्मार्ट टीवी की ग्रोथ में अहम भूमिका निभाई है। इस मामले में वनप्लस और रियलमी की मीडिया टीमें चुप हैं और मीडिया के सवालों का जवाब नहीं दे रही हैं। दोनों कंपनियों ने ऐसे समय में टीवी मार्केट से किनारा किया है जबकि क्रिकेट वर्ल्ड कप के कारण देश में टीवी की बिक्री में भारी तेजी देखी जा रही है। साथ ही त्योहारी सीजन भी चल रहा है। इस वजह से टीवी समेत सभी इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स की बिक्री में तेजी आई है।
मार्केट में मचाया था तहलका
इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन (IDC) के मुताबिक इस साल की पहली छमाही में देश में 45 लाख टीवी डीलरों को भेजे गए हैं जो पिछले साल के मुकाबले आठ परसेंट ज्यादा है। इस दौरान देश में टीवी की बिक्री में ऑनलाइन सेल का हिस्सा 39 परसेंट पहुंच गया है। भारत में एलजी, सैमसंग, सोनी, पैनासोनिक के अलावा चीन की कंपनियां शाओमी और टीसीएल भी टीवी बेचती हैं। साथ ही घरेलू कंपनी वू और ब्रांड लाइसेंसिंग के तहत थॉमसन भी टीवी बेचती हैं।
चाइनीज कंपनियों शाओमी, वनप्लस, रियलमी, टीसीएल और iFfalcon ने 2017-18 में भारत के स्मार्टफोन टीवी मार्केट में तहलका मचा दिया था। इन कंपनियों ने एलजी, सैमसंग और सोनी से 30 से 50 परसेंट सस्ते मॉडल उतारे थे और जल्दी ही मार्केट पर अपनी पकड़ बना ली थी। जानकारों का कहना है कि चाइनीज टीवी ब्रांड्स की स्ट्रैटजी कीमतों में कटौती करके जल्दी से मार्केट कब्जाने की थी। इससे उनका नुकसान बढ़ गया। यही वजह है कि अब वे टीवी सेगमेंट से निकल गए हैं। उनका जोर अब पूरी तरह स्मार्टफोन बाजार पर है।

Related posts

भारत ने जिम्बाब्वे को चौथे मैच में 10 विकेट से रौंदा, बनायी 3-1 की अजेय बढ़त

Clearnews

कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानदारों को नेम प्लेट लगाने के आदेश पर सर्वोच्च न्यायालय की अंतरिम रोक

Clearnews

G20 में भारत की सफल कूटनीति के चलते शेयर बाजार ने रचा इतिहास… निफ्टी पहली बार 20 हज़ार अंकों के पार

Clearnews