देश में भले ही कानूनों को अधिक कड़ा बनाया जा रहा हो पर महिलाओं और बच्चियों के विरुद्ध अपराध कम होते नहीं दिख रहे हैं। अनेक बार तो ऐसा भी देखने में आता है महिलाएं अपने विरुद्ध हो रहे अत्याचार का विरोध नहीं कर पातीं। बच्चियां तो इतनी भोली होती हैं कि कई बार वे अपने शोषण की परिस्थितियों को समझ भी नहीं पातीं। ऐसे में जरूरत है उन्हें सक्षम बनाने की ताकि वे मानसिक और शारीरिक तौर पर अपराध का जोरदार प्रतिरोध कर सकें। नारी समुदाय विशिष्ट आपराधिक परिस्थितयों को कैसे पहचाने और कैसे अपनी सुरक्षा करे, इसके लिए International Organization for Human Rights & Crime Control Protection ( IOHRCCP) विशेष प्रशिक्षण देने का काम करता है। आईओएचआरसीसीपी के राष्ट्रीय महासचिव कर्नल पी के ‘रॉयल’ महर्षि और नारी सुरक्षा, राजस्थान की अध्यक्ष नीना ‘रॉयल’ महर्षि ने इस बार ऐसी कन्याओं को प्रशिक्षण देने का बीड़ा उठाया है, जिनके साथ अपराध की आशंका अधिक रहती है और जो इन अपराधों को ठीक से व्यक्त भी नहीं कर पातीं। यह महर्षि युगल इस बार रविवार, 22 सितंबर 24 को पहली बार, जयपुर में तीन मूर्ति सर्कल स्थित मूक बधिर संस्थान के स्कूल में नारी-सुरक्षा (महिला सुरक्षा) के लिए विशेष कार्यक्रम की अग्रणी पहल की जा रही है। अपराध से बचाव का यह विशेष कार्यक्रम में स्कूल की 100 से अधिक कन्याओं के लिए है, जिसमें विशेषज्ञों द्वारा निहत्थे आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यक्रम सुबह साढ़े दस बजे से शुरू होगा।
उल्लेखनीय है कि महर्षि युगल पूर्व में भी ऐसे आयोजन करता रहा है और नारी सुरक्षा को लेकर अनेक स्कूलों में प्रशिक्षण देता रहा है। पिछला कार्यक्रम जयपुर के शिवशक्ति इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित किया गया है। कर्नल पी के ‘रॉयल’ महर्षि ने बताया कि कार्यक्रम में बच्चियों और महिलाओं को अपने प्रति अपराध की परिस्थितियों को पहचानने के गुर सिखाये जाते हैं। इसके साथ ही ऐसी परिस्थितियों में निहत्थे किस प्रकार से अपना बचाव किया जा सके, इसका प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाता है।