वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को अपने दूसरे कार्यकाल की पहली कैबिनेट बैठक में $5 मिलियन ‘गोल्ड कार्ड’ वीजा योजना की घोषणा की, जो अमेरिका की नागरिकता प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करेगी।
यह योजना पिछले 35 साल पुराने निवेशक वीजा कार्यक्रम (EB-5) की जगह लेगी। ट्रंप ने कहा,
“मुझे लगता है कि यह धड़ल्ले से बिकेगा। यह एक बाजार है,” और आगे जोड़ा कि इससे उत्पन्न राजस्व देश का कर्ज चुकाने में मदद करेगा।
1 मिलियन कार्ड बेचने का लक्ष्य
ट्रंप ने कहा, “अगर हम 10 लाख कार्ड बेचते हैं, तो यह $5 ट्रिलियन होगा।” उन्होंने कहा कि व्यापार जगत के लोग इस योजना में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं।
वाणिज्य सचिव हावर्ड लुटनिक ने बताया कि यह योजना EB-5 कार्यक्रम की जगह लेगी, जो उन निवेशकों को अमेरिकी वीजा देता है, जो किसी कंपनी में लगभग $1 मिलियन का निवेश करते हैं और कम से कम 10 लोगों को नौकरी पर रखते हैं।
बिना कांग्रेस की मंजूरी लागू होगी योजना
लुटनिक ने कहा कि EB-5 कार्यक्रम में “खराब निगरानी और क्रियान्वयन” था। हालांकि अमेरिकी नागरिकता के लिए योग्यता तय करना कांग्रेस के अधिकार क्षेत्र में आता है, लेकिन ट्रंप ने स्पष्ट किया कि “गोल्ड कार्ड” योजना के लिए कांग्रेस की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होगी।
अमीर निवेशकों को मिलेगा फायदा
ट्रंप ने कहा, “वे अमीर होंगे, सफल होंगे, बहुत सारा पैसा खर्च करेंगे, महत्वपूर्ण करों का भुगतान करेंगे और कई लोगों को रोजगार देंगे। हमें विश्वास है कि यह योजना बेहद सफल होगी।”
हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि नई योजना में रोजगार सृजन की कोई अनिवार्यता होगी या नहीं। ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि सरकार 10 मिलियन ‘गोल्ड कार्ड’ बेचकर बजट घाटा कम कर सकती है। ट्रंप ने कहा, “यह कुछ हद तक ग्रीन कार्ड जैसा होगा लेकिन अधिक परिष्कृत स्तर पर,”