जयपुर को यूं ही छोटा काशी नहीं कहते..यहां विभिन्न भगवानों के मंदिर हैं जहां हर छोटा-बड़ा धार्मिक कार्य पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता रहा है। आज शुक्रवार, 21 जून को जयपुर के सूरजपोल गेट के निकट लक्ष्मीनारायण पुरी स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में ठाकुर जी का सुगंधित द्रव्यो से अभिषेक किया गया। पेय व ऋतु फलों का भोग लगाया गया। श्री त्रीविक्रमाचार्य के सान्निाध्य में 81 कलशों से भगवान का 4 घंटे तक अभिषेक किया गया, जिसके सैकड़ों वैष्णवजन अपने इष्ठमित्रो के साथ साक्षी बने।
लक्ष्मीनारायण मंदिर में आज ज्येष्ट पूर्णिमा के अवसर पर पुरुसूक्त, कनकधारा स्तोत्र, आल्वंदार स्तोत्र का पाठ किया गया। अभिषेक पवित्र नदियों के जल, दूध, दही, शहद, आमरस, केसर जल से किया गया। ठाकुर जी को हल्दी का लेप लगाकर तुलसी की माला पहनाई गई। ठाकुर श्री लक्ष्मीनारायण जी की सहस्त्र नामों से अर्चना की गई।
श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर के पंडित मुकेश ने बताया कि ठाकुर जी का मोगरे के फूलों का श्रृंगार कर आरती की गई। इसके बादअभिषेक की हल्दी और गोष्ठी प्रसाद का वितरण हुआ। इस मौके पर जयपुर के संत-महंत व अन्य भक्तगण उपस्थित रहे।
previous post