राजस्थान की राजधानी जयपुर के मालवीय नगर इलाके में एक समसनीखेज तिहरे हत्याकांड का मामला सामने आया है। मालवीय नगर के सीटू प्लाजा के सामने स्थित झालाना ग्राम के खटीकों का मोहल्ला में एक महिला और उनके दो बेटों की चाकू से रेतकर हत्या की गयी। जानकारी मिली है कि पुलिस ने पड़ोसी को नकाबपोश बदमाश के रूप में आईडेंटिफाई किया है जिस पर हत्या करने का संदेह है।
इन हत्याओं के पीछे सालों से चली आ रही रंजिश को कारण माना जा रहा है। जानकारी के अनुसार हत्यारा पड़ोसी केवल महिला की हत्या करना चाहता था, लेकिन महिला की हत्या के दौरान दोनों बेटों की नींद खुल गई जिसके चलते उसने दोनों बच्चों की भी निर्मम हत्या कर दी।
जानकारी के मुताबिक हत्या के लिए रिवॉल्वर का इस्तेमाल किये जाने का संदेह है क्योंकि दो राउंड फायरिंग भी की गयी है। उल्लेखनीय है कि इस जघन्य हत्याकांड की घटना बुधवार, 29 नवंबर की शाम करीब पांच बजे हुई। मृतकों की पहचान मां सुमन बिष्ट (23 वर्ष) और उसके दो बच्चों जिव्यांश (5 वर्ष) और हव्यांश (2 वर्ष) के तौर पर हुई है।
बताया जा रहा है कि वारदात के समय महिला का पति लक्ष्मण बिष्ट मूलतः उत्तराखण्ड का रहने वाला है और वह घर पर नहीं था। लक्ष्मण निकट ही अपेक्स हॉस्पिटल सर्किल के पास नारियल का ठेला लगाये हुए था। पुलिस ने घटना के समय घर में मौजूद लक्ष्मण बिष्ट की मां और बहिन से पूछताछ के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
जिस मकान में हत्या की घटना हुई, वह दो मंजिला है। इसमें ग्राउंड फ्लोर पर मृतक की सास गीता और ननद नेहा रहते हैं। पहले फ्लोर पर लक्ष्मण, पत्नी सुमन और दो बच्चों के साथ रहा करता था। दूसरे फ्लोर पर किरायेदार रहते हैं। जिस फ्लोर पर लक्ष्मण पत्नी सुमन और बच्चों के साथ रह रहा था, उसमें एक कमरा और फिर उसके अंदर कमरा है। वहीं से तीनों मृतकों के शव बरामद हुए है। सवाल यही है कि हत्यारा उस कमरे के अंदर दूसरे कमरे तक कैसे पहुंचा। लक्ष्मण की मां गीता का कहना है कि वह नीचे के कमरे में थी। उसी दौरान किसी के नीचे कूदने और फिर किसी भाग जाने की आवाज हुई। लक्ष्मण की बहिन नेहा ने बताया कि जब शाम पांच बचे तक उसकी भाभी और बच्चे नीचे नहीं उतरे तो वह कमरे में उन्हें देखने के लिए गयी। कमरा अंदर से बंद था। खटखटाने पर कमरा एक युवक ने खोला और वह पीछे छिप गया। नेहा के अनुसार, जैसे ही वह कमरे में घुसी तो उसे एक युवक ने धक्का देकर गिरा दिया और भाग गया। उठकर जब वह कमरे में गयी तो कमरे में खून ही खून बिखरा हुआ था। किरायेदारों का कहना है कि वे गोली की आवाज सुनकर बाहर आये और पूछताछ करने पर घटना की जानकारी उन्हें हुई।