जयपुर। नगर निगम ग्रेटर की महापौर सौम्या गुर्जर ने गुरुवार सुबह निगम मुख्यालय का दौरा किया। गुर्जर ने यह दौरा बोर्ड में बनाई जाने वाली समितियों के चेयरमैन के लिए कमरे देखने को किया था लेकिन उन्हें मुख्यालय में अधिकारी-कर्मचारी कम नजर आए। ऐसे में लगे हाथों उन्होंने सभी शाखाओं में उपस्थिति भी जांच की और पाया कि बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी गायब है। ऐसे में उन्होंने इनकी गैरहाजिरी लगाकर नोटिस देने के निर्देश दे दिए।
ग्रेटर नगर निगम की बोर्ड बैठक होने वाली है। कहा जा रहा है कि बोर्ड बैठक के बाद निगम में समितियों का भी निर्माण किया जा सकता है। ऐसे में समिति चेयरमैन के बैठने की व्यवस्था पहले से ही करनी है। इसी लिए महापौर सुबह 9.45 बजे मुख्यालय पहुंची और दौरा शुरू कर दिया।कर्मचारियों और अधिकारियों की संख्या कम देखते हुए उन्होंने मुख्यालय स्थित 17 शाखाओं का भी दौरा कर लिया। उन्हें कुल 35 अधिकारी-कर्मचारी नदारद मिले। उन्होंने तुरंत इनकी गैर हाजिरी लगवाई और अधिकारियों को निर्देश दिए कि अनुपस्थित लोगोंको नोटिस दिया जाए।
आयुक्त के निर्देश हवा-हवाई
उल्लेखनीय है कि कुछ समय पूर्व संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने पूरे संभाग में कार्यालयों का पूर्व सूचित निरीक्षण कराया था। इसके बाद निगम आयुक्त द्वारा संभागीय आयुक्त के औचक निरीक्षण का हवाला देते हुए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया था कि सभी तय समय पर कार्यालय आएं और तय समय पर ही कार्यालय छोड़ें। बीच में उन्हें किसी कार्य से बाहर जाना पड़े तो वह इसकी पूर्व सूचना देकर बाहर जाएं। इस नोटिस का भी निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों पर कोई असर नजर नहीं आया और उनकी कलई महापौर के दौरे में खुल गई।
निगम में मच गया हडकंप
महापौर के दौरे की सूचना से निगम में हडकंप मच गया और जो अधिकारी-कर्मचारी बिना काम इधर-उधर घूम रहे थे, वह भागते हुए अपने कार्यालयों में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अनुपस्थित अपने साथी अधिकारियों और कर्मचारियों को भी दौरे की जानकारी फोन पर दी। ऐसे में जो तुरंत मुख्यालय पहुंच पाए वह बच गए और जो नहीं पहुंच पाए उनकी अनुपस्थिति लग गई।