जयपुर शहर में लगी भगवा ध्वज-पताकाओं को लेकर जिला कांग्रेस कमिटी द्वारा विश्व हिंदू परिषद् के विरूद्ध चुनाव आयोग में दी गई शिकायत को विहिप ने झूठा करार दिया है । विश्व हिंदू परिषद् के क्षेत्रमंत्री सुरेश उपाध्याय ने राजनीतिक दल की शिकायत तथा भगवा ध्वज उतारने का विरोध करते हुए मीडिया के माध्यम से यह स्पष्ट किया कि विश्व हिंदू परिषद् ने दलगत राजनीति अथवा किसी को राजनीतिक लाभ पहुंचाने के लिए भगवा ध्वज नहीं लगाए हैं तथा यह शिकायत झूठी है।
उपाध्याय ने कहा कि हिंदू समाज हजारों वर्षों से नवरात्रि का उत्सव धूमधाम से मनाता रहा है। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान रामलला की प्रतिष्ठा के बाद पूरा देश राममय हुआ है। इसी उपलक्ष्य में हिंदू अपने प्रतिष्ठानों, बाजारों और घरों में भगवा ध्वज जो हजारों वर्षों से हिंदू समाज का प्रतीक है, लगाकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त कर रहे हैं और इस बार रामनवमी में विशेष उत्साह दिखाई दे रहा है।
उपाध्याय ने कहा कि विहिप क्षेत्र मंत्री के नाते मैं यह बताना चाहता हूं कि विश्व हिंदू परिषद् ने ये भगवा ध्वज नहीं लगाए हैं। आज देशभर में जितने भगवा ध्वज दिखाई दे रहे हैं ये सभी हिंदू समाज ने अपने प्रतीक स्वरूप लगाए हैं। इनका दलगत राजनीति से कोई लेनादेना नहीं है।
उपाध्याय के अनुसार बड़ा दुर्भाग्य है कि हमारे देश में कुछ राजनीतिक लोग सनातन संस्कृति, हिंदू धर्म और भगवा ध्वज से चिढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि हिंदू विरोधी मानसिकता के लोगों ने समझना चाहिए कि राजनीति अपनी जगह है लेकिन हिंदू समाज को ठेस न पहुंचाएं ऐसा हम निवेदन करते हैं।
विश्व हिंदू परिषद् ने निर्वाचन आयोग से आग्रह किया है कि भगवा ध्वज उतारने की कार्रवाई को तुरंत रोका जाए अन्यथा हिंदू जनमानस की भावनाओं को ठेस पहुंचेगी। साथ ही उन्होंने स्वस्थ मन से शतप्रतिशत मतदान तथा लोकतंत्र की सफलता की कामना की।