जयपुरमौसम

बुधवार रात 12.30 बजे से जयपुर में ऐसी झमाझम कि कॉलोनियां बनीं टापू और सड़कें समंदर..!

राजस्थान में बुघवार का दिन तीव्र गरमी और उमस भरा मौसम रहा। पूरा दिन लोगों ने पसीना पोंछते हुए गुजारा। लेकिन इसके बाद मानसून ऐसा सक्रिय हुआ कि रात साढ़े 12 बजे से जयपुर शहर सहित पूरे संभाव में जमकर बरसात हुई। बरसात की स्थिति यह रही कि केवल आधे घण्टे में ही सड़कों पर पानी भर गया। लगातार बरसात होने के कारण यह पानी पूरा बह नहीं पाया और सड़कों पर ही जमाव होने लगा। बरसात का का दौर लगातार जारी रहने से सुबह तक जयपुर शहर की सड़कें जलमग्न हो गईं। निचले इलाकों में घरों और दुकानों में करीब चार से पांच फीट तक पानी भरने की खबरें मिल रही हैं
वहीं जयपुर शहर के पॉश इलाकों सिविल लाइन्स, सी-स्कीम, राजापार्क, श्यामनगर सोड़ाला, रामनगर, बनीपार्क, पत्रकार कॉलोनी मानसरोवर, टोंक रोड पर भी सड़कों पर एक से ढाई फीट तक पानी जमा हो गया। कॉलोनियां डूबने लगी हैं और किसी टापू की तरह दिखने लगी हैं। एयरपोर्ट पर भी पानी का जमाव देखने को मिला। दुर्गापुरा के पास नाला दिसे द्रव्यवती नदी भी कहते हैं, का पानी ओवर फ्लो हो रहा है। राजस्थान की राजधानी जयपुर में लगातार 10 घंटे से भी अधिक समय से बारिश का सिलसिला जारी है। इस कारण शहर में जहां एक ओर ऑफिस जाने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर स्कूली बच्चों को बारिश के पानी से कहीं कहीं दो-दो हाथ होना पड़ा। हालांकि कई इलाकों में पानी भराव के चलते स्कूल प्रबंधनों ने बच्चों की छुट्टी कर दी है।
वहीं जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित बारिश का जायजा लेने मालवीय नगर, सांगानेर, एयरपोर्ट, सीतापुरा और प्रतापनगर इलाके में पहुंचे। कलेक्टर राजपुरोहित ने एयरपोर्ट पर पानी भरने का मुआयना किया और प्रशासनिक अफसरों को इसके जल्द निस्तारण के निर्देश दिए। तेज बारिश के चलते सीकर रोड, वीकेआई और मुरलीपुरा में सड़कों पर तीन से चार फीट तक पानी भर गया जिसके चलते इस रोड़ पर वाहनों की आवाजाही करीब-करीब बंद हो चुकी है। सीकर रोड पर तो पानी इतना भर गया है कि सड़कों पर कारें तैरती नजर आ रही हैं। बीआरटीएस कॉरिडाेर में वाहन चालक हिम्मत करके अपनी कारों को ले जा रहे हैं। ताकि वे अपने घरों तक पहुंच सकें।
बेसमेंट में 12 फीट तक भरा पानी, एक परिवार के चार लोग लापता
जानकार सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार वीकेआई में एक बेसमेंट में करीब 12 फीट तक पानी भर गया जिसके चलते बेसमेंट में रहने वाले एक परिवार को चार लोग लापता बताए जा रहे हैं। फिलहाल रेस्क्यू टीम उन्हें तलाशने में जुटी है। इधर करतारपुरा नाले में भी लगातार बारिश के कारण पानी की आवक हो रही है और नाले में तेज उफान चल रहा है। प्रदेश के मौसम केंद्र जयपुर ने गुरवार सुबह जयपुर सहित 9 जिलों में बारिश का येल्लो अलर्ट जारी किया है। इधर टोंक के बीसलपुर बांध का भी जलस्तर लगातार हो रही बारिश के कारण बढ़ गया है।
जयपुर की द्रव्यवती नदी में बही कार, यात्री सुरक्षित
जयपुर के दुर्गापुरा स्थित महारानी फार्म के पास द्रव्यवती नदी में अल सुबह एक कार बह गई, शुक्र ये रहा कि नदी के दोनों तरफ मजबूत पिलर खड़े हैं जिसके कारण कार डूबने से बच गई और इसमें बैठे लोगों की जान स्थानीय लोगों के प्रयास से बचाई जा सकी। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो नदी में पानी का बहाव तेज होने के बाद भी कार चालक ने नदी को पार करने का प्रयास किया और उसकी कार नदी में बहकर पिलर पर जा अटकी।
चौमूं थाने के स्टाफ क्वार्टर में भरा पानी
जयपुर जिले के चौमूं पुलिस थाने के स्टाफ क्वार्टर में भी बारिश का पानी घुस गया। क्वाटरों में करीब 4 फीट तक पानी भरने से यहां रहने वाले लोगों को जान बचाकर घरों से बाहर और छतों पर शरण लेनी पड़ी। वहीं जयपुर जिले के बगरू में भी तेज बारिश के कारण सड़कें नदियों का रूप ले चुकी हैं। करीब तीन से चार फी तक सड़कों पर पानी भर गया है जिससे स्थानीय जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है।
बीसलपुर बांध से आ रही खुशखबरी, बढ़ रहा जलस्तर
जानकार सूत्रों के अनुसार टोंक जिले में स्थित बीसलपुर बांध के कैचमेंट क्षेत्र में बारिश से आज सुबह बांध का गेज करीब 3 सेंटीमीटर बढ़ा हुआ नजर आया। फिलहाल बांध में पानी की आवक लगातार जारी है। फिलहाल बांध का गेज 310.15 आरएल मीटर है, जबकि कल बांध का गेज 310.14 आरएल मीटर रिकॉर्ड किया गया था। आपको बता दें कि बीसलपुर बांध से जयपुर, अजमेर को पानी सप्लाई होने के कारण हर रोज बांध का गेज 2 सेमी. कम हो रहा था लेकिन अभी बांध करीब 29 फीसदी भर गया चुका है।
अगस्त महीने में 12साल बाद जयपुर में रिकॉर्ड बारिश
12 साल बाद यानि 2012 के बाद अब जयपुर शहर में अगस्त में अचानक हुई बारिश ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। आंकड़ों की मानें तो जयपुर एयरपोर्ट के आस-पास 133MM बारिश दर्ज की गई जो वर्ष 2012 में हुई 170.1MM बारिश के बाद अब तक अगस्त महीने में हुई सबसे ज्यादा बारिश है। वर्ष 2020 में 102.7MM बारिश जयपुर शहर में दर्ज रिकॉर्ड की गई थी। फिलहाल बारिश के आंकड़ों में अभी और बदलाव की पूरी संभावना है क्योंकि शहर में बारिश का दौर अभी भी थमा नहीं है।
सीकर,अलवर, अजमेर, टोंक और कोटा में भी झमाझम
जयपुर के अलावा सीकर, अलवर, दौसा, टोंक, अजमेर, कोटा में भी तेज बारिश से भरा पानी। सीकर की नवलगढृ रोड़ पर बारिश का चार से पांच फीट तक पानी जमा हुआ। लोग घरों में फंसे दुकानों में भी घुसा तीन से चार फीट तक पानी। सीकर के लोहारु बस स्टेंड, बजाज रोड पर भी एक से दो फीट तक सड़कों पर पानी भरा हुआ है। चूरू में भी 100 पुरानी हवेली बारिश के चलते ढह गई। इधर कोटा में तेज बारिश के चलते रोड़वेज बस पलट कर खाई में गिर गई। हादसा रामगंज मंडी (कोटा) के मोडक थाना क्षेत्र (मुकुंदरा टागइर हिल्स) में दरा एनएच 52 के पास हुआ। जिसमें चार लोग घायल हो गए वहीं 31 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया।

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