गुलाबी शहर जयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य पृथ्वी सिंह का अपने जन्मदिवस (10 दिसंबर 1935) से आठ दिन पूर्व 2 दिसंबर 2020 को शाम पांच बजे हदय गति रुकने से निधन हो गया। कोरोना संक्रमित होने के कारण वे 4 दिनों से जयपुर के संतोकबा दुर्लभजी अस्तपात में भर्ती थे। वे जयपुर के स्वर्गीय महाराजा सवाई मानसिंह द्वितीय और उनकी दूसरी पत्नी किशोर कंवर के दूसरे पुत्र थे। वे अपने पीछे एक पुत्र विजित सिंह और तीन पोते-पोतियों को छोड़ गए हैं।
‘ पैट बाप जी ‘ के नाम से प्रसिद्ध थे पृथ्वी
पृथ्वी सिंह को लोग पैट बाप जी ‘ पैट बाप जी ‘ के नाम से पहचानते थे। वे 1962 में स्वतंत्र पार्टी से दौसा से सांसद रहे और वर्तमान में रामबाग पैलेस के निदेशक थे। राजस्थान को पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाने में उनकी बड़ी भूमिका रही और ये उन्हीं के प्रयास थे जिससे रामबाग पैलेस दुनिया के चंद सर्वश्रेष्ठ होटलों में शुमार हो सका।
शाही परिवार से ताल्लुक, फिर भी सादा जीवन जिया
शाही परिवारों का अपना ग्लैमर होता है और उनके शौकों की अकसर चर्चाएं भी रहती हैं लेकिन ‘ पैट बाप जी ‘ का सादगी पूर्ण जीवन और विनम्र्तापूर्ण व्यवहार में चर्चा में रहता था। वे अपनी लग्जरी कार का सीमित इस्तेमाल करते थे और अपनी हैचबैक श्रेणी की कार को स्वयं ही चलाकर अन्य लोगों से मिलने के लिए पहुंचते थे। वे अन्य राजकुमारों की तरह घुड़सवारी और पोलो खेलने के शौकीन नहीं थे। उन्होंने ट्रेवल और टूरिज्म के क्षेत्र में महारत हासिल की थी और इसी को अपना कार्यक्षेत्र भी बनाया।