कर्नाटक में कांग्रेस ने 10 साल बाद अपने दम पर सत्ता में वापसी कर ली और भारतीय जनता पार्टी के कब्जे वाले एकमात्र दक्षिणी राज्य से उसे बाहर कर दिया है। कर्नाटक विधानसभा में 224 सीटों के लिए 10 मई को रिकॉर्ड 73.19 फीसदी मतदान हुआ था। इस मतदान के बाद किये गये एग्जिट पोल से स्पष्ट होने लगा था कि कर्नाटक में कांग्रेस की वापसी हो रही है। आज जब मतगणना पूरी हुई तो कांग्रेस ने 224 में से 136 सीटें हासिल कर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया। भारतीय जनता पार्टी को 65, जेडीएस को 19 और अन्य को 4 सीटें मिलीं। उल्लेखनीय है कि पिछले साल दिसंबर में हिमाचल प्रदेश के बाद भाजपा की यह दूसरी पराजय है।
भारतीय जनता पार्टी को कर्नाटक में मिली करार हार का गम उत्तर प्रदेश के निकाय चुनावों ने कम किया है। पहली बार 17 नगर निगमों में भारतीय जनता पार्टी ने पूर्ण बहुमत हासिल किया। उत्तर प्रदेश में 200 नगर पालिका परिषदों में से 199 में चुनाव हुए। 2017 में भाजपाने 60 नगर पालिकाओं में जीत हासिल की थी लेकिन इस साल भाजपा ने नगर पालिका परिषदों में 2017 के मुकाबले दोगुना से ज्यादा सीटें हासिल की हैं। इस तरह बीजेपी को कर्नाटक में मिला गम यूपी ने कुछ हद तक कम किया।