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कृषि विधेयकों के विरोध में किसानों का आज भारत बंद

पंजाब, हरियाणा, प.उत्तर प्रदेश में आंदोलन तीव्र, राजस्थान में सांकेतिक विरोध

नई दिल्ली, चंडीगढ़, लखनऊ, जयपुर। संसद के दोनों ही सदनों से पारित कृषि विधेयकों का विरोध तीव्र होता लग रहा है। आज देश भर में किसानों की ओर से प्रदर्शन और सड़कों पर चक्का जाम करने का ऐलान किया गया है। कई राज्यों में किसान संगठनों के साथ-साथ राजनीतिक दलों ने भी कृषि विधेयको के विरोध में सड़कों पर उतरने की बात कही है। विधेयकों का सर्वाधिक विरोध पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में देखने को मिल सकता है।

क्या कहते हैं किसान नेता

भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत का कहना है कि आज का चक्का जाम फिलहाल सरकार को चेतावनी के लिए है। चक्का जाम सुबह 11 बजे से शाम करीब 3 बजे तक रहने की संभावना है। अखिल भारतीय किसान पंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट का कहना है कि उनका संगठन कृषि विधेयकों के विरोध में है किंतु आमजन को परेशानी हो, इसके भी विरोध में है। उन्होंने बताया कि राजस्थान के कई जिलों में धारा 144 लागू होने के कारण किसानों की ओर से सीमित प्रदर्शन किए जा रहे हैं। चक्का जाम जैसी उनकी योजना नहीं है। वे स्वयं जयपुर में शहीद स्मारक के निकट धारा 144 का पालन करते हुए दो-तीन किसानों के साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे।

पंजाब और हरियाणा में उग्र विरोध

पंजाब और हरियाणा में किसानों के अलग-अलग संगठनों ने आज ‘भारत बंद’ आह्वान किया है। समझा जा रहा है कि इस आह्वान का असर पंजाब, हरियाणा के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अधिक देखने को मिल सकता है। किसान सड़कों पर चक्का जाम और रेलवे ट्रेक बाधित करने की तैयारी में हैं। इसे देखते हुए पंजाब-हरियाणा से होकर गुजरने वाली कई रेलगाडिय़ां अगले दो दिनों के लिए रद कर दी गई हैं। पंजाब में तो किसानों ने एक दिन पहले यानी 24 सितंबर से ही रेल रोको प्रदर्शन शुरू कर दिया था। वे राज्य के अलग-अलग हिस्सों में रेलवे ट्रैक पर बैठ गए हैं। इस प्रदर्शन में किसान मजदूर संघर्ष समिति और भारतीय किसान यूनियन से संबंद्ध किसान आगे हैं। हरियाणा में सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस प्रशासन ने किसानों को सभाएं करने और उन्हें रोकने के भरपूर इंतजाम किए हैं।

राजनीतिक दलों का समर्थन

उधर, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया है। उन्होंने किसानों का पूरा साथ देने आश्वासन देते हुए कहा है कि पंजाब में आज यानी 25 सितंबर धारा 144 के उल्लंघन की कोई एफआईआर दर्ज नहीं की जाएगी। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भी ऐलान किया है कि वह किसानों के भारत बंद को अपना समर्थन दे रही है। पार्टी के कार्यकर्ता किसानों के समर्थन में खड़े हैं और धरना प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने भी किसानों के विरोध को समर्थन देने और प्रदर्शन करने की बात कही है।

प्रदेश सरकारें भी तैयार

हरियाणा में भाजपा सरकार ने भी आंदोलन को ध्यान में रखते हुए प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की है। प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने गृह विभाग और पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग की। उन्होंने डीजीपी को हड़ताल के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के निर्देश दिए हैं। ज्यादातर किसानों ने अपने-अपने क्षेत्रों में ही प्रदर्शन का ऐलान किया है और दिल्ली नहीं पहुंचने की बात कही है। इसके बावजूद दिल्ली पुलिस आज अलर्ट पर है। पुलिस ने हरियाणा बॉर्डर सील कर दिया गया है।

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