लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए ओम बिरला का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार के. सुरेश से है और बुधवार को सदन में मत-विभाजन हो सकता है। हालांकि, सदन में संख्या बल बिरला के पक्ष में माना जा रहा है जिन्हें राजग के सभी घटक दलों ने सर्व-सम्मति से अपना उम्मीदवार चुना है।
देश में अभी टी20 वर्ल्ड कप का खुमार छाया हुआ है और लगता है कि कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी को टी20 अंदाज काफी रास आता है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि आपसी सहमति नहीं बनने के बाद कांग्रेस ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की तरफ से लोकसभा स्पीकर के लिए अपना उम्मीदवार तो खड़ा कर दिया, लेकिन उनका यह दांव अब उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। दरअसल, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और शरद पवार के गुट वाली एनसीपी ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वे ‘इंडिया’ का साथ देंगे या नहीं।
बता दें कि लोकसभा स्पीकर पद पर चयन को लेकर सरकार और विपक्षी दलों के बीच सहमति नहीं बन पाई है। सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन ने वर्तमान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने के। सुरेश को लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। दोनों नेताओं का अध्यक्ष पद के लिए प्रस्ताव दाखिल हो चुका है।
टीएमसी ने दावा किया कि लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के साझा उम्मीदवार के तौर पर के। सुरेश को नामांकित करने से पहले उससे कोई चर्चा नहीं की गई। सुरेश ने मंगलवार की सुबह लोकसभा अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले ‘इंडिया’ गठबंधन के घटकों में तृणमूल कांग्रेस शामिल नहीं थी।
तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी से जब इस मुद्दे पर पार्टी के रुख के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अब तक इस बारे में उनके दल से संपर्क नहीं किया गया है। बनर्जी ने कहा, “किसी ने हमसे संपर्क नहीं किया है, कोई बातचीत नहीं की गई है। दुर्भाग्य से इस संबंध में एकतरफा निर्णय किया गया है।” उन्होंने कहा कि इस बारे में पार्टी नेतृत्व और ममता जी (तृणमूल सुप्रीमो एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी) फैसला करेंगी।
दूसरी ओर, एनसीपी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने भी यह कहकर विपक्षी खेमे में संदेह पैदा कर दिया कि अब तक लोकसभा स्पीकर का पद सत्ता पक्ष के पास ही रहता आया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “लोकसभा स्पीकर के मुद्दे पर मैंने इंडिया गठबंधन से बातचीत की है। मैंने उनलोगों को यह सुझाव दिया है कि आप सत्तारूढ़ पार्टी को लोकसभा अध्यक्ष का पद चुनाव निर्विरोध कराने दीजिए, स्पीकर का पद बिना किसी विरोध के हो, इसमें हमारी तरफ से पूरी सहमति है।” इसके साथ ही उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिलना चाहिए।”
बुधवार को सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही अध्यक्ष का चुनाव होगा। हालांकि, सदन में संख्या बल की बात करें तो एनडीए गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर ओम बिरला का आसानी से चुनाव जीतना तय माना जा रहा है। नई सरकार के गठन के बाद लोकसभा में सरकार और विपक्ष के बीच यह पहला शक्ति प्रदर्शन होने जा रहा है।