राजस्थान में ग्रामीण विकास विभाग के शासन सचिव के. के. पाठक ने सभी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से कहा कि महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक लाभ की श्रेणी के कार्यों को प्राथमिकता से चयन कर स्वीकृतियां पूर्व में ही जारी कर ली जाएं ताकि लॉकडाउन के बाद कार्यों को प्रारम्भ कर श्रमिकों का नियोजन किया जा सके।
कोविड-19 गाइलाइन की पालना के निर्देश
पाठक सोमवार, 10 मई को वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से कोरोनाकाल में महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत ग्रामीण श्रमिकों को कार्यों में नियोजित कर रोजगार उपलब्ध करवाने एवं कोविड-19 की गाइडलाइन पालना करने के संबंध में सभी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे।
कार्यों की स्वयं समीक्षा की जाये
उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक श्रेणी के कार्यों को स्वयं समीक्षा कर इस अवधि में स्वीकृत कर लिया जाए। कार्यों पर श्रमिकों के नियोजन में सामाजिक दूरी की पालना की जाए। योजना के तहत वृक्षारोपण, नर्सरी विकास कार्य, चारागाह विकास, पोषण वाटिका विकसित करना, जल संचय के कार्य आदि को प्राथमिकता देते हुए कार्य कराएं।
महात्मा गांधी नरेगा योजना के आयुक्त अभिषेक भगोतिया ने कहा कि कार्य स्थल पर कोविड-19 के संक्रमण के रोकथाम के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं यथा सोशल डिस्टेन्सिंग, मास्क लगाना, चिकित्सा किट आदि की पालना सुनिश्चित करावें। नरेगा एवं ग्रामीण विकास विभाग की और से जारी निर्देशों की पालना हर हालत में कराएं।