जयपुर

विश्वविख्यात पुष्कर पशु मेले का आरंभ

मुख्यमंत्री गहलोत ने पूजा अर्चना कर किया मेले का शुभारंभ

जयपुर। विश्वविख्यात पुष्कर पशु मेले का मंगलवार को विधिवत शुभारंभ हो गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधिवत पूजा-अर्चना के साथ पुष्कर मेले का शुभारम्भ किया। विगत दो वर्षों से कोविड के कारण मेला आयोजित होने में परेशानियां आईं परन्तु इस वर्ष पुष्कर मेले में देश-विदेश से सैलानी आकर मेले में शामिल होंगे।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत पुष्कर मेला ग्राउंड में मेले की शुरुआत के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। इस अवसर पर उद्योग एवं देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत, RTDC चैयरमैन धर्मेन्द्र राठौर, बीज निगम के चैयरमैन धीरज गुर्जर, मेला प्राधिकरण उपाध्यक्ष रमेश बोराणा, अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी, विधायक गंगा देवी, सुरेश रावत, पूर्व मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ, पूर्व विधायक गोपाल बहेती उपस्थित रहे।

इस दौरान गहलोत ने पुष्कर में आयोजित विकास प्रदर्शनी में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं से बात की और कहा -मुझे खुशी है कि इन जागरुक महिलाओं को राज्य व केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी है और ये अन्य लोगों को भी योजनाओं की जानकारी देकर लाभान्वित करती हैं।

शाम को गहलोत पुष्कर सरोवर के घाट पर महाआरती एवं दीपदान के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। पुष्कर में आज 52 घाटों पर करीब सवा लाख दीपकों के साथ दीपदान किया गया।महाआरती व दीपदान के पश्चात गहलोत ने यहां आतिशबाजी का नजारा देखा। उन्होंने तीर्थराज पुष्कर में ब्रह्मा मन्दिर में पूजा की। पूजा के बाद मंदिर के महंत लक्ष्मी वशिष्ठ ने सम्मान व आशीर्वाद दिया।

पुष्कर मेला विशेष रूप से पशुओं की खरीद-बिक्री के लिए प्रसिद्ध है और यहां राजस्थान ही नहीं आस-पास के प्रदेशों से भी पशुपालक अपने पशुओं की खरीद-बिक्री के लिए पहुंचते हैं। यहां राजस्थान के ग्रामीण अंचलों की सांस्कृतिक साकार होती है। ग्रामीण रंग-बिरंगे परिधानों में यहां पहुंचते हैं और यही संस्कृति देशी-विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर आकृष्ट करती है। इस दौरान यहां कई प्रतियोगिताओं का भी आयोजन होता है, जिसमें पर्यटक बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।

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