एक लाख लोग वर्चुअल कॉन्फ्रेंस से जुडेंगे
जयपुर। प्रदेश की जनता को कोरोना महामारी के प्रति जागरुक करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 22 जून को जन जागरुकता अभियान कार्यक्रम की डिजिटल लॉंचिंग करेंगे। इस वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में एक लाख लोग जुडेंगे। अभियान 21 से 30 जून तक चलाया जाएगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि अभियान के जरिए आमजन को कोरोना संक्रमण के प्रति सावधानी बरतने के बारे में समझाया जाएगा। मुख्यंत्री 22 जून को इस कार्यक्रम को लांच करेंगे। इसमें प्रदेशभर के पंचायत स्तर तक के जनप्रतिनिधि, प्रभारियों सहित एक लाख लोग वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़ेंगे।
जिलों के प्रभारी मंत्री और सचिव भी जिला मुख्यालयों पर मौजूद रहकर अभियान में शामिल होंगे। जिला प्रभारी मंत्री जिला कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों के साथ कोरोना के संक्रमण के साथ-साथ गैर कोविड बीमारियों, पेयजल आपूर्ति, मनरेगा कार्यों, टिड्डी नियंत्रण अभियान आदि की समीक्षा करेंगे। कार्यक्रम के दौरान हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना की जाएगी।
शर्मा ने कहा कि कोरोना रोकथाम से जुड़ी सभी तरह की पर्याप्त व्यवस्थाएं सरकार की ओर से की गई है। वेंटिलेटर्स, आइसोलेशन वार्ड, पीपीई किट, एन-95 मास्क, थ्री लेयर मास्क सहित सभी तरह की बचाव सामग्री की कोई कमी नहीं है।
कोरोना महामारी से लडऩे के लिए इलाज के बिल को नियंत्रित करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश में निजी लैब कोरोना टेस्ट के लिए 2200 रुपए प्रति जांच और अस्पताल में कोरोना के इलाज के लिए भर्ती मरीजों के लिए सामान्य बेड का किराया 2000 रुपए प्रतिदिन, वेंटिलेटर सहित आईसीयू बेड का 4000 रुपए से अधिक चार्ज नहीं ले पाएंगे।
इस व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सा विभाग के अधिकारियेां को भी निजी अस्पतालों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज की जा सकती है। मरीजों से अधिक पैसा वसूलने वाले अस्पताल या लैब के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।