क्राइम न्यूज़जयपुर

डेढ़ माह का मासूम नींद डिस्टर्ब कर रहा था.. मां ने ही बेरहमी से मार डाला..!

क्या कोई मां अपने मासूम बेटे का कत्ल कर सकती है ! कोई भी यही कहेगा कि ऐसा नहीं हो सकता लेकिन जयपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक मां ने अपने डेढ़ महीने के मासूम बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी। इतना ही नहीं, हत्या के बाद वह घरवालों और पुलिस को गुमराह करती रही। आखिर 15 दिन बाद पुलिस ने हत्या के मामले का खुलासा करते हुए कातिल मां को गिरफ्तार कर लिया। हत्या की वजह भी सबको हैरान करने वाली है।
रातभर सोने नहीं देता था इसलिए मार डाला
पूछताछ में सामने आया है कि डेढ़ महीने का बच्चा रात के समय मां को परेशान करता था। यानी वह रोता ज्यादा था। इससे उसकी मां परेशान हो गई। पुलिस पूछताछ में कातिल मां ने बताया कि जब से उसकी डिलीवरी हुई है। तब से वह परेशान थी। बच्चा रोता रहता था, ऐसे में उसने हत्या की प्लानिंग की। 3 मार्च की दोपहर को उसने अकेले में सर्जिकल ब्लेड के बच्चे का गला काट डाला। गला काटने के बाद वह कमरे से बाहर चली गई और अनजान बनती रही। थोड़ी देर बाद परिवार वालों ने कमरे में जाकर देखा तो मासूम बच्चा लहूलुहान पड़ा था। उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। कुछ दिन इलाज चलने के दौरान बच्चे की मौत हो गई।
देवर ने दर्ज कराया था मुकदमा
डीसीपी नॉर्थ राशि डूडी डोगरा ने बताया कि मासूम बच्चे का नाम उजेफ था। उसके चाचा जावेद खान ने रामगंज थाने में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया था। घटना के दिन मासूम की मां अंजुम ने कहा था कि उसने एक व्यक्ति को भागते हुए देखा जिसने लाल रंग का शर्ट पहन रखा था। उसी ने मासूम बच्चे का गला काटा था। कुछ दिन इलाज चलने के बाद बच्चे की मौत हो गई। पुलिस ने परिवार के सदस्यों से अलग अलग पूछताछ की तो शक की सुई अंजुम की तरफ गई। अंजुम से सख्ती से पूछताछ हुई तो उसने हत्या करने की बात कबूल की जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बच्चे का रोना लगता था बुरा
पूछताछ में अंजुम ने कहा कि बच्चा उसे बहुत परेशान करता था। दिन में भी काफी रोता रहता था और रात के समय भी सोने नहीं देता था। इससे वह काफी परेशान हो गई। दिनभर बच्चे के रोने से उसका दिमाग खराब हो गया और उसने हत्या की प्लानिंग की। घटना के 4-5 दिन पहले ही मारने की योजना बनाई थी। उसके पास सर्जिकल ब्लेड रखी थी तो उसने उस ब्लेड से बच्चे का गला चीर दिया था। बाद में डर की वजह से वह परिवार वालों और पुलिस को गुमराह करती रही।

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