बैंक कर्मचारी निकला मुख्य सूत्रधार
जयपुर। राजधानी के विश्वकर्मा थाना इलाके में दिनदहाड़े पेट्रोल पंप संचालक को गोली मार कर 5 लाख की लूट करने वाले तीन बदमाश नागौर के रोल थाना पुलिस के हत्थे चढ़ गए। इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड मृतक के बैंक का एक ही एक कर्मचारी निकला।
उपायुक्त पश्चिम जयपुर प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने एआरजी टावर पर पहुंचकर गहन छानबीन की। पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाकर घटनास्थल के आस-पास के सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया।
पता चला कि दो मोटरसाइकिलों पर पांच लोग सवार होकर आए और व्यापारी के गोली मारकर बैग लूटकर ले गए। फुटेज के आधार पर हत्यारों का रूट चार्ट तैयार किया गया। अभियुक्तों की मूवमेंट नागौर साइड होने पर नागौर में विशेष नाकाबंदी कराई गई। जयपुर से भी नागौर की ओर पुलिस टीमें भेजी गई।
नागौर के रोल थानाधिकारी गणेश मीणा अपनी टीम के साथ थाने के सामने नाकाबंदी कर रहे थे। इसी दौरान एक ईनोवा को रोक चैक किया तो उसमे कुल चार व्यक्ति बैठे थे। थानाधिकारी द्वारा उनका नाम पूछा गया तो वह बार-बार नाम बदल कर बताने लगे। शक होने पर पुलिस ने उनसे गहन पूछताछ की तो उन्होंने जयपुर के विश्कर्मा इलाके में पेट्रोल पंप संचालक निखिल गुप्ता की हत्या करना स्वीकार किया।
इस पर पुलिस ने चार लोगों चेतन पुत्र भैरव सिंह (18) निवासी हनवंत नगर करघनी, गौतम सिंह पुत्र प्रभु सिंह(23) निवासी लूणसरा थाना कुचेरा नागौर, जिला इटावा उत्तर प्रदेश निवासी अभय सिंह (24) निवासी इटावा उत्तरप्रदेश व चालक पवन यादव पुत्र जसवंत सिंह (23) हाल निवासी निवारू रोड झोटवाड़ा को हिरासत में लेकर ईनोवा गाड़ी जब्त कर ली है।
पुलिस को इनोवा में रखे दो थैलों से 2.47 लाख व गौतम सिंह के पास 20 हजार, चेतन के पास 10 हजार व अभय सिंह के पास 9 हजार रुपए मिले। उधर जयपुर में भी पुलिस ने विनीत सिंह पुत्र रमेश सिंह (24) हाल निवासी सेवाराम नगर, कनकपुरा को भी पकड़ लिया, जो कि रोड नम्बर-9 एआरजी ग्रुप बिल्डिंग स्थित एयू बैंक में रिलेशनशिप मैनेजर है।
मैनेजर निकला मास्टर माइंड
पुलिस के अनुसार इस वारदात का मास्टरमाइंड विनीत सिंह है। विनीत ने ही सभी अभियुक्तों को बताया था कि एक पेट्रोल पंप मालिक सोमवार सुबह बैंक में मोटा कैश जमा कराता है। इसके बाद उन सभी ने पंप मालिक को लूटने की पूरी योजना बनाई।
विनीत ने ही सभी को बैंक की रेकी कराई। वारदात से पूर्व चेतन सिंह और अभय सिंह उत्तर प्रदेश जाकर कट्टा और कारतूस लेकर आए। घटना के बाद विनीत ने अभियुक्त गौतम के किराए के कमरे पर जाकर सभी को बताया कि दो दिन बाद बैंक खुलेगा और आज पंप मालिक ज्यादा पैसे जमा कराएगा, इसलिए आज ही वारदात को अंजाम देना है। वह अभियुक्तों को मास्क खरीदने व मोटरसाइकिल में पेट्रोल भराने के लिए 500 रुपए देकर बैंक आ गया।
एक ने बैग छीना, दूसरे ने गोली चलाई
इसके बाद अभियुक्त सुबह 10 बजे एआजी के गेट पर पहुंच गए। चेतन और शैतान मोटरसाइकिल स्टार्ट कर गेट पर खड़े रहे। पंप मालिक ने जैसे ही पार्किंग में अपनी कार खड़ी कर पीछे के गेट से पैसों का बैग निकाला तो आईदान ने बैग छीनने की कोशिश की। इस दौरान पंप मालिक निखिल जैन बैग लेकर जमीन पर बैठ गया, तो गौतम सिंह ने निखिल की पीठ पर गोली मार दी।
इसके बाद सभी बैग लेकर फरार हो गए। किया पैसों का बंटवारा मौके से फरार होने के बाद सभी कनकपुरा पहुंचे और वहां पैसों का बंटवारा कर लिया। गौतम, चेतन, अभयसिंह ने एक गाड़ी किराए पर लेकर नागौर की ओर रवाना हो गए, जहां वह पुलिस के हत्थे चढ़े।