राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान रोडवेज की बसें (buses) राजस्थान का चेहरा हैं। प्रदेशवासियों को सुरक्षित परिवहन सुविधा देना राज्य सरकार मुख्य जिम्मेदारी हैं। यही वजह है कि राजस्थान रोडवेज की बसों को जल्द ही सभी रूटों पर संचालित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह परिवहन सेवा घाटे में जरूर है, इसके बावजूद जनकल्याण के लिए समर्पित राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (RSRTC) की बसों के यात्री किराये (passenger fare) में वृद्धि नहीं की जायेगी।
खाचरियावास की अध्यक्षता में शुक्रवार, 2 जुलाई को शासन सचिवालय में राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में उन्होंने रोडवेज को घाटे से उबारने, सेवानिवृत्त कर्मचारियों को एकमुश्त बकाया देने, बस स्टैंडों की कायाकल्प करने और बजट घोषणाओं को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा यद्यपि यह जनसेवा घाटे में जरूर है, इसके बावजूद जनकल्याण के लिए समर्पित राजस्थान रोडवेज की बसों के यात्री किराये में वृद्धि नहीं की जाएगी। रोडवेज की स्थिति मजबूत करने और इलेक्ट्रिक बसें चलाने के लिए वित्त विभाग, परिवहन विभाग और राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के अधिकारियों के साथ जल्द बैठक होगी।
उन्होंने बताया कि रोडवेज को और मजबूत बनाने और गांव-गांव तक परिवहन सुविधा पहुंचाने के लिए जल्द ही 550 नई बसें सम्मिलित करने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। गत वर्ष रोडवेज के बेडे़ में 875 नई बसें शामिल कर परिवहन सुविधा बढ़ाई गयी थीं। खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान ट्रॉन्सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट फंड से रोडवेज के आधारभूत ढांचे को और मजबूत करने के अधिक सहायता के प्रयास किये जायेंगे ।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कर्मचारियों को समय पर वेतन मिले, इसके लिए जो भी आवश्यक संसाधन हों जुटाये जाएं। उन्होंने कहा कि अस्थियों के विसर्जन के लिए उत्तरप्रदेश जाने वाली मोक्ष कलश योजना की बसों के संचालन के लिए उत्तरप्रदेश सरकार से निरंतर वार्ता चल रही हैं।