न्यूयॉर्कविज्ञान

नासा को 8 महीने बाद मिले अंतरिक्ष में खोए 2 टमाटर, गजब हो गई थी हालत..?

नासा ने अंतरिक्ष में खोए दो छोटे टमाटरों का एक वीडियो जारी किया है। ये टमाटर 2022 में अंतरिक्ष यात्री फ्रैंक रूबियो से अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर पौधे से तोड़ने के दौरान खो गए थे। इस टमाटर की खोज ने हमें दिखाया है कि छह बेडरूम वाले इस अंतरिक्ष स्टेशन पर 17 फीसदी आद्रता जिपलॉक बैग में भोजन को कैसे प्रभावित करती है। रूबियो ने इन टमाटरों को फौरी तौर पर प्लास्टिक के बैग में रखा था, लेकिन वह उनसे खो गया था।
प्लास्टिक बैग में पड़े मिले दोनों टमाटर
नासा ने यह नहीं बताया है कि इन दो टमाटरों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के किस हिस्से से खोजा गया। नासा ने 14 दिसंबर को एक अपडेट में लिखा, ‘टमाटर के शुरुआती गायब होने के लगभग एक साल बाद, इसे एक प्लास्टिक बैग में सूखा और थोड़ा कुचला हुआ पाया गया था।’ ‘कुछ रंगहीनता के अलावा, इसमें कोई दृश्य माइक्रोबियल या फंगल पैदा नहीं हुआ था।’
रुबियो को एक टमाटर के गायब होने की थी जानकारी
रुबियो ने पहले केवल एक खोए हुए टमाटर का जिक्र किया था। नासा ने कहा है कि इसे 2022 में एक्सपोज्ड रूट ऑन-ऑर्बिट टेस्ट सिस्टम या एक्सरूट्स प्रयोग के हिस्से के रूप में उगाया गया था। इस प्रयोग में मिट्टी या अन्य विकास माध्यमों के बिना पौधे उगाने के लिए हाइड्रोपोनिक और एरोपोनिक तकनीकों का उपयोग किया जाता है। नासा ने कहा कि यह प्रयोग भविष्य के अंतरिक्ष एक्सप्लोरेशन मिशनों के लिए जरूरी पौधों के विकास लिए उपयुक्त समाधान प्रदान कर सकता है।
अंतरिक्ष में कई पौधों को उगा रहा नासा
नासा ने कहा कि आईएसएस पर भोजन उगाने का वास्तविक उद्देश्य उन तकनीकों का अभ्यास करना है जिनका उपयोग भविष्य में चंद्रमा और मंगल ग्रह की खोज के दौरान किया जा सकता है। नासा ने यह भी बताया कि अंतरिक्ष यात्रियों को ताजा भोजन उपलब्ध कराने पर एक से अधिक प्रयोग चल रहे हैं। प्रयोग के जरिए छोटे टमाटरों और दूसरे खाद्य पदार्थों के उत्पादन पर काम किया जा रहा है। वहीं, प्लैनेट हैबिटेट-03 के जरिए अंतरिक्ष स्टेशन पर मल्टी जेनरेशनल प्लांट का अध्ययन किया जा रहा है।

Related posts

मुख्यमंत्री गहलोत ने जयपुर में विद्यार्थियों के साथ देखी चंद्रयान-3 की लैंडिंग, इसरो को दी बधाई..!

Clearnews

नासा को मिली ‘दूसरी पृथ्वी’, पानी से भरा है समुद्र: जीवन के भी मिले संकेत, जानिए इस रहस्य के बारे में

Clearnews

7-साल बाद एस्टेरॉयड सैंपल लेकर लौटा नासा का कैप्सूल: 27 हजार किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से की एंट्री

Clearnews