नगर निगम जयपुर ग्रेटर की ओर से कोरोना काल में शहर के व्यापारियों पर लगाए जा रहे नये टैक्स का विरोध शुरू हो गया है। जयपुर व्यापार महासंघ का शिष्टमंडल शुक्रवार को ग्रेटर महापौर शील धाभाई से मिला और उनसे नगर निगम द्वारा व्यापारियों, अस्पतालों, पीजी आदि पर लगाए जा रहे नए टैक्स और लाइसेंस की बाध्यता के खिलाफ ज्ञापन सौंपा।
महासंघ के पदाधिकारियों का कहना है कि नगर निगम द्वारा कोरोना काल में जबकि सारे व्यापार व्यवसाय बहुत संकट के दौर से गुजर रहे हैं ऐसे में निगम द्वारा नए टैक्स और लाइसेंस शुल्क लागू किया जाना गलत है। जयपुर व्यापार महासंघ ने पूर्व महापौर सौम्या गुर्जर के सामने भी इस टैक्स का विरोध किया था व इस टैक्स को नगर निगम ने रोक दिया था।
व्यापारी वर्तमान में केंद्र सरकार राज्य सरकार जयपुर नगर निगम को कई तरह के टैक्स दे रहा है, अत: नये टैक्स की कोई आवश्यकता नहीं है। महापौर ने जयपुर व्यापार महासंघ के के अध्यक्ष सुभाष गोयल, कार्यकारी अध्यक्ष हरीश केडिया, महामंत्री सुरेन्द्र बज, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश सैनी, उपाध्यक्ष चंद्र कुमार रुपाणी के विरोध को सुना और विश्वास दिलाया की व्यापारियों व रेहडी वालों (वेंडर्स) को नए टैक्स के दायरे में नहीं रखा जाएगा व अन्य समूह पर भी पूरा विचार किया जाएगा।