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राजस्थान में स्वतंत्रता दिवस पर बना अनूठा विश्व रिकॉर्ड, स्कूलों में एक करोड़ से अधिक विद्यार्थियों ने किया ’संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों’ का वाचन

देश के 77 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राजस्थान में सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों के एक करोड़ से अधिक विद्यार्थियों ने महज 15 मिनट की समयावधि में एक साथ ’संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का वाचन’ करते हुए एक अनूठा विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इस विश्व रिकॉर्ड को ’वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स’ के इंडिया एडिशन में दर्ज करते हुए राजस्थान के स्कूल शिक्षा विभाग के नाम सर्टिफिकेट जारी किया गया है।
यह जानकारी देते हुए राज्य के शिक्षा मंत्री डॉ बीडी कल्ला ने बताया कि आजादी के पर्व के मौके पर जब पूरा देश मातृभूमि का वंदन करते हुए जीवन में इसके लिए कुछ कर गुजरने के संकल्प को दोहराता है, ऐसे में राजस्थान के 78 हजार 422 स्कूलों में एक करोड़ 3 लाख 36 हजार 354 विद्यार्थियों के साथ-साथ 5 लाख 73 हजार 724 शिक्षक एवं कार्मिकों द्वारा 15 मिनट की अवधि में पूरे प्रदेश में एक साथ संविधान और मूल कर्तव्प्यों के प्रति निष्ठा का संकल्प लेकर विश्व कीर्तिमान बनाना देश और प्रदेश के इतिहास में एक नायाब नजीर है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए प्रदेश के सभी सरकारी और गैर-सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं, शिक्षक समुदाय, इन कार्यक्रमों में सम्मिलित रहे जनप्रतिनिधियों और गणमान्य अतिथियों सहित शिक्षा विभाग की पूरी टीम को बधाई दी है।
राजस्थान के स्कूल शिक्षा विभाग के नाम दर्ज हुआ छठा विश्व कीर्तिमान
डॉ कल्ला ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी विद्यालयों में ’क्वालिटी एजुकेशन’ पर फोकस करते हुए कई नवाचार किए जा रहे हैं, इसी के परिणाम स्वरूप ’संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों के वाचन’ की इस गतिविधि से छठा विश्व कीर्तिमान राजस्थान के नाम दर्ज हुआ है। इससे पहले प्रदेश में कोरोना काल में जो बच्चे स्कूल जाने से वंचित रह गए थे, उनके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रेरणा से लर्निंग गैप्स की पूर्ति के लिए ’राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम कार्यक्रम‘ के तहत विद्यार्थियों के लिए ब्रिज कोर्स का संचालन किया गया। राज्य के कक्षा 3 से 8 तक के 65 हजार विद्यालयों के लगभग 45 लाख विद्यार्थियों के लर्निंग लेवल्स की जांच के लिए 1.35 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन ’आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ (एआई) से करते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने विश्व कीर्तिमान बनाया था। इसके बाद राजस्थान के सभी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने ’आजादी का अमृत महोत्सव’ के अन्तर्गत गत वर्ष 12 अगस्त को प्रातः 10.15 बजे से 10.40 बजे तक एक साथ पांच देशभक्ति गीत गाएं। इसमें सभी जिलों में कक्षा 1 से 12 के एक करोड़ 12 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लेकर दूसरा विश्व कीर्तिमान बनाया।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में गांधी जयंती के अवसर पर राज्य में सामूहिक सर्वधर्म प्रार्थना सभा में राज्य के एक करोड़ 47 लाख से अधिक विद्यार्थियों की भागीदारी से तीसरा विश्व रिकॉर्ड बनाया। राजस्थान के स्कूलों में ’नो-बैग-डे’ के नवाचार के तहत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती (19 नवम्बर 2022) पर शुरू की गई ’चेस इन स्कूल एक्टिविटी’ में एक साथ 38 लाख 21 हजार 9 विद्यार्थियों ने भाग लेकर चौथा विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। वहीं इस साल की शुरूआत में रोहट (पाली) में राज्य में 67 वर्ष बाद आयोजित राष्ट्रीय स्काउट व गाइड जम्बूरी में ’टेम्परेरी स्टेडियम निर्माण’ का भी विश्व रिकार्ड स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से स्थापित किया गया। ये सभी कीर्तिमान वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है।
स्वतंत्रता दिवस पर ऐसे बना विश्व रिकॉर्ड
शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य मंत्रिमंडल की गत दिनों आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का प्रदेश के सभी स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान वाचन किया जाएगा। यह कार्यक्रम विद्यालयों में नियमित रूप से संचालित किया जा रहा है। इसी दिशा में राजस्थान के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नागरिकों में संविधान के मूल्यों और मूल कर्तव्यों के प्रति अधिक जागरूकता लाने की सोच के साथ प्रदेश के सभी सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में इस आयोजन की विस्तृत रूपरेखा तैयार की गई। सभी स्कूलों में 15 अगस्त को प्रातः 8.15 बजे से 8.30 बजे की समयावधि में स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल, जनप्रतिनिधियों, गणमान्य अतिथियों और आम नागरिकों की उपस्थिति में संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का वाचन किया गया। इस आयोजन की सूचनाओं का त्वरित संकलन करने के लिए शाला दर्पण/पीएसपी पोर्टल पर एक मॉड्यूल बनाया गया। इस प्रकार प्रदेश में 15 अगस्त को 78 हजार 422 स्कूलों में एक करोड़ 3 लाख 36 हजार 354 विद्यार्थियों तथा 5 लाख 73 हजार 724 शिक्षक एवं कार्मिकों द्वारा 15 मिनट की अवधि में पूरे प्रदेश में एक साथ संविधान और मूल कर्तव्यों के प्रति निष्ठा का संकल्प लेकर नया विश्व रिकॉर्ड कायम किया गया।

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