नयी दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने रविवार को लखनऊ में पार्टी की एक अखिल भारतीय बैठक में घोषणा की कि उनके जीवित रहते हुए पार्टी में कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा। इसी के साथ उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक पद और अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी की जिम्मेदारी से हटा दिया।
क्या कहा मायावती ने?
मायावती ने कहा कि आकाश आनंद की राजनीतिक गतिविधियों पर उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ (पूर्व राज्यसभा सांसद) का प्रभाव हो सकता है। अशोक सिद्धार्थ को कुछ दिन पहले ही गुटबाजी के आरोप में पार्टी से निकाल दिया गया था। उन्होंने कहा कि आकाश आनंद की पत्नी प्रज्ञा के माध्यम से उनके पिता का प्रभाव आकाश आनंद पर पड़ रहा है, जिससे उनकी राजनीतिक दिशा प्रभावित हो रही है।
नयी नियुक्तियां
• रामजी गौतम को BSP का राष्ट्रीय समन्वयक बनाया गया, जो 2019 तक इस पद पर थे।
• मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार को भी राष्ट्रीय समन्वयक की जिम्मेदारी दी गई है।
दूसरी बार हटाए गए आकाश आनंद
यह दूसरी बार है जब आकाश आनंद को BSP में बड़ी जिम्मेदारी से हटाया गया है। पहली बार उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान पद से हटाया गया था, लेकिन जुलाई 2024 में उन्हें दोबारा बहाल कर दिया गया था।
मायावती का संदेश
मायावती ने साफ किया कि जब तक वह जिंदा हैं, पार्टी में उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि BSP में जिम्मेदारियां केवल योग्यता और समर्पण के आधार पर दी जाएंगी, ना कि पारिवारिक संबंधों के कारण।