जयपुर। एसएमएस अस्पताल के ट्रोमा वार्ड में सोमवार अलसुबह एक मरीज की मौत पर गुस्साए परिजनों ने नर्सिंग कर्मचारियों के साथ मारपीट की और ट्रोमा सेंटर में तोडफोड़ की। सूचना मिलने पर अशोक नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मारपीट करने वाले तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। घटना के बाद नर्सिंगकर्मियों ने कार्य का बहिष्कार किया। वहीं चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने घटना पर रोष जताते हुए कहा कि 2 टूक शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि चिकित्साकर्मियों, नर्सिंगकर्मी या मेडिकल स्टाफ के साथ बदसलूकी और मारपीट की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
एसएमएस के ट्रोमा सेंटर में कर्मचारियों से हुई मारपीट के बाद अस्पताल के तमाम नर्सिंग कर्मचारियों ने सोमवार को कार्य का बहिष्कार कर दिया। मारपीट की घटना के बाद अस्पताल में व्यवस्थाएं चरमरा गई और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। करीब पांच घंटे बाद प्रशासन से आश्वासन मिलने के बाद नर्सिंगकर्मी काम पर लौटे।
एसएमएस अस्पताल अधीक्षक राजेश शर्मा के अनुसार ट्रोमा वार्ड में एक मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई। मरीज की मौत का पता चलते ही परिजनों ने गुस्से में अपने परिचितों के साथ मिलकर ट्रोमा वार्ड में मौजूद नर्सिंग कर्मचारियों से बहस करते हुए एक नर्सिंग कर्मचारी मुनीराज से मारपीट करना शुरू कर दिया। वार्ड में तोडफोड़ भी की गई। अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों ने बीच-बचाव किया लेकिन मरीज के परिजन बेकाबू हो गये थे। घटना के बाद कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया।
कार्य बहिष्कार के बाद नर्सिंग कर्मचारियों ने अस्पताल अधीक्षक राजेश शर्मा के चैंबर के बाहर प्रदर्शन किया। नर्सिंग कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष प्यारेलाल चौधरी ने बताया कि नर्सिंग कर्मचारी 24 घंटे अस्पताल में सेवाएं देते हैं। पहले भी रेजीडेंट्स डॉक्टर्स और नर्सिंग कर्मचारियों से मारपीट हो चुकी है। इसके बावजूद उनकी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हुए हैं। इसी को लेकर कर्मचारियों का एक दल अस्पताल अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों से वार्ता करने पहुंचा, अस्पताल प्रशासन की ओर से उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया, तब जाकर कर्मचारी वापस काम पर लौटे।
चौधरी ने बताया कि एसएमएस अस्पताल की तर्ज पर ट्रोमा सेंटर के पास भी अशोक नगर थाना पुलिस चौकी खोलने का आश्वासन दिया हैं। इसके अलावा सुरक्षा गार्डों में भूतपूर्व सैनिकों को लगाने और गार्डों की संख्या बढ़ाने की बात प्रशासन ने कही हैं। मामले की एफआईआर दर्ज कराने और दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्यवाही कराने का भी आश्वासन दिया गया। वहीं पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मारपीट व तोड़फोड़ के आरोपित अवतार, आशीष और गोविंद को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने तीनों को जेल भेज दिया।
सख्त कार्रवाई के निर्देश
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए हैं। शर्मा ने कहा कि राजकीय चिकित्सा संस्थानों में आने वाले मरीजों अथवा उनके परिजनों को किसी भी प्रकार की शिकायत होनेे पर वे चिकित्सा संस्थान के अधीक्षक अथवा उच्चाधिकारियों को अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकांश हैल्थ वारियर्स पूर्ण समर्पित भाव से मरीजों की सेवा करते हैं, ऐसे में उनके विरुद्ध मापरीट जैसी घटनाएं असहनीय हैं।