इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पहली बार इस बात की पुष्टि की है कि सितंबर में लेबनान में हिजबुल्लाह लड़ाकों के पेजरों में हुए विस्फोट के पीछे इजरायल का हाथ था। इजरायली मीडिया के अनुसार, नेतन्याहू ने यह बात साप्ताहिक कैबिनेट मीटिंग में कही। सितंबर में हुए इस हमले में पेजरों और वॉकी-टॉकी के माध्यम से ब्लास्ट किए गए थे, जिसमें करीब 40 लोग मारे गए और 3000 से अधिक घायल हुए थे।
पहली बार इजरायल ने कबूला जिम्मा
हिजबुल्लाह ने इस हमले के पीछे इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था, लेकिन इजरायल ने पहले कभी इस ऑपरेशन की आधिकारिक जिम्मेदारी नहीं ली थी। यह नेतन्याहू का पहला सार्वजनिक बयान है, जिसमें उन्होंने इस ऑपरेशन की जिम्मेदारी स्वीकार की है।
कैबिनेट मीटिंग में नेतन्याहू का बयान
कैबिनेट मीटिंग में नेतन्याहू ने कहा, “पेजर ऑपरेशन और हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह के सफाए का निर्णय रक्षा अधिकारियों और राजनीतिक स्तर पर कई विरोधों के बावजूद लिया गया था।” इजरायली मीडिया ने इसे पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट पर नेतन्याहू की आलोचना के रूप में देखा है, जिन्हें नेतन्याहू ने हाल ही में बर्खास्त कर दिया था।
नेतन्याहू के लिए बढ़ी मुश्किलें
नेतन्याहू की इस टिप्पणी ने इजरायल में चल रहे घरेलू राजनीतिक तनाव में नया मोड़ ला दिया है। नेतन्याहू की सरकार पर अंतरराष्ट्रीय मीडिया को कथित रूप से झूठी खुफिया रिपोर्ट लीक करने सहित कई जांचें चल रही हैं। इसके अलावा, एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी को ब्लैकमेल किए जाने के मामले में इजरायली पीएमओ के चीफ ऑफ स्टाफ का भी नाम सामने आ रहा है।