राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी घमासान जारी है और एक-दूसरे पर लगातार शब्दबाण छोड़े जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बरकतुल्लाह खान (Baraktullah Khan) की जयंती पर पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ ही मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी ने भाजपा पर हमला बोला।
डोटासरा ने एक बार फिर संघ पर हमला बोलते हुए कहा कि परदे के पीछे से देश की कई सरकारें संघ चला रहा है। नगर निगम रिश्वत कांड पर उन्होंने सहआरोपी व संघ नेता निम्बाराम को भी ललकारा और कहा कि कब तक वह दिल्ली (Delhi) और लखनऊ (Lucknow) में छिपे रहेंगे एक दिन जरूर पकड़े जाएंगे।
डोटासरा ने कहा कि भाजपा ने ढाई साल में ट्विटर (Twitter) चलाने, फर्जी कागज जारी करने, अपने नेताओं को कमजोर करने और मुख्यमंत्री-मुख्यमंत्री का खेल खेलने के अलावा कुछ नहीं किया। भाजपा नेताओं की आपसी लड़ाई के चलते उनके कार्यकर्ता भी अपने आप को कुंठित महसूस कर रहे हैं।
भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पर गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा नेताओं और सांसदों ने कोरोना काल में प्रदेश की जनता को कोई राहत नहीं दी तो अब ये लोग भूपेंद्र यादव की अगुवाई में आशीर्वाद लेने किस मुंह से आ रहे हैं। यह यात्रा अपने ही नेताओं को कमजोर करने के लिए थी और इस यात्रा के दौरान राजस्थान के लिए एक कौड़ी की भी घोषणा नहीं की गई।
डोटासरा ने केंद्र सरकार पर वैक्सीन और किसान बिल को लेकर राजनीति करने का भी आरोप लगाया। भाजपा नेता अरुण चतुर्वेदी के बयानों पर डोटासरा ने कहा कि उनकी स्थिति खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे जैसी है। उनकी पार्टी में ही चतुर्वेदी को कोई नहीं पूछ रहा है और उनके बयान बौखलाहट भरे हैं।
डोटासरा ने एक बार फिर से आरएसएस पर भी सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आरएसएस की पाठशाला में ऐसी ओछी बातें ही सिखाई जाती है। डोटासरा ने कहा कि निंबाराम अभी भी डर के मारे छिपे हुए हैं। दुर्भाग्य है कि ऐसे लोग पर्दे के पीछे शासन चलाते हैं और मौका मिलते ही भ्रष्टाचार करते हैं। भाजपा बिखरी हुई और टूटी हुई है। हम चाहते हैं कि विपक्ष मजबूत हो लेकिन ये लोग आपस में ही झगड़ रहे हैं।
कार्यक्रम में मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी ने कहा कि जो लोग एजेंसियों का दुरुपयोग करने के आदी हैं वही एसीबी के दुरुपयोग का आरोप लगा रहे हैं, यह हास्यास्पद है। भाजपा के जो लोग बयानबाजी कर रहे हैं उन्हें उनकी पार्टी में ही कोई गंभीरता से नहीं लेता।